जिले में सबसे अधिक गोल्डनकार्ड बनाने वाला गांव बना अकबरपुर इटौरा
*एक हजार से अधिक गोल्डन कार्ड वाला जनपद में एकमात्र गांव बना अकबरपुर इटौरा
सीएचसी कदौरा के चिकित्सा अधीक्षक ने लिया है गांव को गोद
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस जालौन 7 नवंबर 2020।कदौरा ब्लाक के अकबरपुर इटौरा में जिले में सर्वाधिक एक हजार से अधिक लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना गोल्डनकार्ड बनाए जा चुके है। इस गांव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अशोक कुमार ने 15 अगस्त को गोद लेकर शत प्रतिशत पात्रों का गोल्डनकार्ड बनाने का संकल्प लिया था।
जनपद मे योजना के जिला कार्यक्रम समनवयक डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि जिले में कुल 105042 लाभार्थी परिवार को योजना से आच्छादित किया गया है। जिसमे 70699 परिवार ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। 07 अगस्त को जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में आयोजित योजना की समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने सभी चिकित्सा अधीक्षक को एक एक गांव गोद लेकर शत प्रतिशत लभार्थियों का गोल्डनकार्ड बनवाने का निर्देश दिया था। कदौरा सीएचसी के अधीक्षक डॉ अशोक के नेतृत्व में बीसीपीएम गोविंद, अकबरपुर उप स्वास्थ्य केंद्र की इकाई एएनएमए संगिनी व सभी आशा बहु के साथ ग्राम प्रधान अमित द्विवेदी व आयुष्मान मित्र अभिषेक ने गोद लिए हुए गांव में गोल्डनकार्ड बनाने की चुनौती को स्वीकारते हुए अक्टूबर महीने से कार्ड बनाने की शुरुआत की। अब जिले के नौ ब्लॉक में अकबरपुर एकमात्र ऐसा गांव है जहां एक हजार से ज्यादा लाभार्थी के गोल्डनकार्ड बनाए जा चुके हैं। कुल 670 लाभार्थी परिवार वाले इस गाँव में 3350 गोल्डनकार्ड अनुमानित हैं। जिसमे से अब तक लगभग 30 प्रतिशत कार्ड बनाये जा चुके हैं।
जनपद के जिन 10 गांवों में सबसे अधिक लाभार्थी परिवार हैं उनमें डकोर ब्लॉक के एट में 703, कदौरा ब्लॉक के अकबरपुर 670, जालौन ब्लॉक में औरेखी में 385, शाहजादपुरा 348, कुठौंद में हदरुख में 352, माधौगढ़ में सरावन में 621, रामपुरा में जगम्मनपुर में 494, नदीगांव में बंगरा में 410, महेवा में चुर्खी में 282, कोंच में पिरौना में 269 परिवार शामिल हैं।
जबकि जनपद के जिन ग्राम पंचायतों में सबसे अधिक लभार्थियों के गोल्डनकार्ड वितरित किये जा चुके है। उनमें अकबरपुर, एट, हदरुख, बंगरा, सैदनगर, जगम्मनपुर, आटा, बिजदुवां, चुर्खी, टीहर है।
गोल्डनकार्ड बनवाने हेतु इन दस्तावेजों की होती है आवश्यकता
•प्रधानमंत्री अथवा मुख्यमंत्री का पत्र प्लास्टिक कार्ड
•राशनकार्ड, परिवार रजिस्टर की नकल
•आधार कार्ड, वोटर आईडी, अन्य पहचान पत्र
कहां बनेगा गोल्डन कार्ड
•जनपद के सभी जन सुविधा केंद्रों पर 30 रुपए प्रति कार्ड के भुगतान पर।
•सभी पंजीकृत राजकीय व निजी चिकित्सालय में नि:शुल्कए किसी भी कार्यदिवस पर।
गोल्डनकार्ड के फायदे
एक बार गोल्डनकार्ड बन जाने के बाद लाभार्थी जनपद समेत प्रदेश व देश के समस्त पंजीकृत चिकित्सालय में योजनांतर्गत प्रति परिवार 5 लाख तक का उपचार निशुल्क करवा सकते हैं।
जनपद जालौन एक नजर
•कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या-105042
•पीएमजेएवाई-103682
•एमएमजेएए-1360गोल्डनकार्ड निर्गत किये गए-87972
•कुल परिवारों को दी गई गोल्डन कार्ड-33297
•जनपद के कुल लाभार्थी मरीजों का उपचार हुआरू 5819