बिजली के बदतर हालातों से विद्युत उपभोक्ता परेशा
तीन दिनों से पूरा दिन गायब रहती है बिजली, किसान नही कर पा रहे छपाई,पावर हाउस का कोई नहीं उठता फोन
ब्यूरो चीफ लखनऊ अरविंद सिंह चौहान
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस लखनऊ। विद्युत विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी और अड़ियल रवैया के चलते क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ता तथा ग्रामीण किसान बुरी तरीके से त्रस्त है।लगातार जारी बिजली की कटौती की वजह से किसानों की खेती का कार्य प्रभावित हो रहा है वहीं उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से बिजली न मिलने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।हालात यह हो गए हैं कि उपभोक्ता पावर हाउस तथा अधिकारियों को बिजली से संबंधित जानकारी लेने के लिए फोन किया जाता है लेकिन कोई भी उपभोक्ताओं को फोनों को रिसीव नहीं करता,जिसका मलाल उपभोक्ताओं में बना हुआ है।गहरू विद्युत उपकेन्द्र के क्षेत्र में आने वाले माती गांव सहित यहां के तकरीबन दर्जनों गांवों में बीते कई दिनों से विद्युत आपूर्ति पूरे दिन बाधित रहती है। जिसके चलते जहां ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाले छोटे-छोटे कारखाने ठप रहते है वहीं बिजली न आने के चलते किसान अपने खेतो की छपाई भी नही कर पा रहे है। विद्युत आपूर्ति की स्थिति जानने के लिए किसान एवं व्यापारी फोन करते है तो पावर हाउस का फोन नहीं उठता जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। गहरू विद्युत उपकेन्द्र से यहां के माती, चन्द्रावल, कुरौनी, कासिमखेड़ा, गुलाबखेड़ा, बंथरा सहित तकरीबन एक सैकड़ा गांव में विद्युत आपूर्ति की जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते चार दिनों से माती सहित इसके आसपास के तकरीबन एक दर्जन गांव में विद्युत आपूर्ति की कटौती की जा रही है। इन गांवों में रात में तो बिजली आती है लेकिन सुबह होते ही गायब हो जाती है। दिन में तकरीबन 12 घंटे बिजली काटने से यहां लगे छोटे-छोटे कारखाने ठप हो जाते है और किसान अपने खेतो की छपाई भी नही कर पाते है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली न आने का कारण पूछने के लिए फोन मिलाया जाता है लेकिन न तो पावर हाउस का फोन रिसीव होता और न ही यहां के अधिकारी फोन उठाते है। उधर शनिवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के सांसद आदर्श ग्राम बेती में भी पूरा दिन बिजली नही आई। इस संबंध में गहरू विद्युत उपकेन्द्र के उपखंड अधिकारी फोन मिला गया लेकिन उनका फोन रिसीव नही हुआ। बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा की जा रही इस तरीके की घोर लापरवाही के चलते क्षेत्र के उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली ना मिल पाने के कारण आवश्यक कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।जिसकी तमाम शिकायतें विधुत उपभोक्ताओं द्वारा लगातार की जा रही है,लेकिन इसके बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं।खस्ता हुए बिजली के हालातों में कोई सुधार ना होने के कारण उपभोक्ताओं में विभागीय अमले के खिलाफ भयंकर आक्रोश बना हुआ है।