कमिश्नर ने जीएसवीएम कालेज भ्रमण कर टीकाकरण के ड्राई रन व्यवस्थाओं की समीक्षा।
U-पहले चरण में 20 हजार कर्मियों को चिन्हित किया गया।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। के निर्देश और मार्गदर्शन पर मंडल प्रशासन कोविड-19 टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियों को सुनिस्चित कर रहा है। आयुक्त डॉ. राजशेखर ने आज जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज परिसर का भ्रमण किया और टीकाकरण के ड्राई रन की व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
शासन के निर्देशों के अनुसार टीकाकरण के पहले चरण में डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स सहित सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए शहर में करीब 20 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित किया गया है। लगभग 18500 का डाटा फीडिंग पूरा हो चुका है। बाकी को अगले 2 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।टीकाकरण के पहले चरण के लिए, मेडिकल कॉलेज (10 केंद्र), सभी जिला अस्पताल, सभी सीएचसी, पीएचसी, कुछ निजी अस्पताल और नर्सिंग होम सहित 100 केंद्रों की पहचान की गई है। प्रत्येक केंद्र पर सफलतापूर्वक टीकाकरण करने के लिए 5 सदस्य चिकित्सा दल होगा। इसके लिये 500 सदस्यों की मेडिकल टीम को टीकाकरण के पहले चरण के लिए तैयार किया गया है और उनकी ट्रेनिंग भी पूर्ण कर लिया गया है।
प्रत्येक केंद्र, प्रथम चरण के लिए प्रति दिन 100 व्यक्तियों का टीकाकरण करेगा।पंजीकृत मोबाइल फोन पर मैसेज और एक फोटो आईडी कार्ड , टीकाकरण प्राप्त करने के लिए अनिवार्य है। दूसरे चरण में सभी फ्रंटलाइन वर्कस पुलिस बल, प्रशासन कर्मचारी और अधिकारी और जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कोविड को संभालने से संबंधित हैं, का टीकाकरण किया जाएगा।शहर के लिए अब तक पहचानी गई संख्या लगभग 50 हजार है। आवश्यक विवरण संकलित किया जा रहा है।तीसरे चरण में, 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए शहर में पहचान संख्या 5 लाख के आसपास है। तीसरे चरण के लिए लगभग 250 टीकाकरण स्थलों / केंद्रों की पहचान की गई है और आवश्यक अग्रिम तैयारियां की जा रही हैं।
प्रत्येक टीकाकरण केंद्र में 3 खंड हैं। पहला खंड लाभार्थियों की पहचान और सत्यापन के लिए है। दूसरा खंड टीकाकरण कक्ष और डेटा प्रविष्टि कक्ष है।इस अभियान के लिए बनाए गए ऐप में प्रत्येक टीकाकृत व्यक्ति का डेटा ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा।तीसरा खंड टीकाकरण प्रतीक्षालय होगा जहां टीकाकरण के बाद टीकाकरण वाले व्यक्ति को 30 मिनट के लिए डॉक्टर के निगरानी में रखा जाएगा।
आपातकालीन जीवन रक्षक दवाओं (किट) और डॉक्टरों की आवश्यक व्यवस्था पोस्ट टीकाकरण आपात स्थिति या किसी भी व्यक्ति की प्रतिक्रियाओं को संभालने के लिए टीकाकरण वेटिंग हॉल में रखी जाएगी। प्रत्येक टीकाकरण केंद्र के लिए आपात कालीन एम्बुलेंस और रेफरल अस्पताल की व्यवस्था भी की गई है।
आयुक्त ने सभी डीएम, सीएमओ, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज को निर्देश दिया कि वे अपने व्यक्तिगत पर्यवेक्षण और निगरानी के तहत आसानी से व भयमुक्त टीकाकरण अभियान के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित करें।
यह भ्रमण अतिरिक्त निदेशक स्वास्थ्य, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज, सीएमओ , मेडिसिन विभाग के एचओडी (मेडिकल कॉलेज के लिए टीकाकरण के लिए नोडल अधिकारी) के साथ थे।