स्वामी को युवा संन्यासी के रोल मॉडल के रूप में अपनाने की अपील
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। एसएन सेन बी.वी पी.जी कॉलेज के तत्वाधान में प्राचार्य डॉ निशा अग्रवाल की अध्यक्षता में स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ मीनाक्षी व्यास ने किया।कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए डाक्टर प्रीति पांडे ने बताया कि स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती एसएन सेन बी.वी पी.जी कॉलेज के एन.एस.एस. एवं रेंजर प्रकोष्ठ ने धूमधाम से मनाई। पूरे विश्व में हमारा भारत देश युवा देश बन चुका है। जिसमें स्वामी विवेकानंद की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वामी विवेकानंद के दर्शन, जीवन शैली एवं विचारों की प्रासंगिकता आज भी आदर्श स्वरूप है। उनके जीवन के घटना क्रम को छात्राओं ने अपने वक्तव्य एवं कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ निशा अग्रवाल ने स्वामी विवेकानंद की फोटो पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने छात्राओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों को पालन करते हुए उनके पथ पर चलने के लिए प्रेरित किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने स्वामी विवेकानंद की कई प्रेरित घटनाओं का वर्णन भी किया। डॉ. प्रीति पांडेय प्रभारी वैष्णवी रेंजर टीम ने छात्राओं को स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके मुख्य सूक्तियां को विस्तार से छात्राओं के समक्ष प्रस्तुत किया साथ ही आज के दिन को युवा दिवस मनाने का प्रयोजन भी स्पष्ट किया। एन.एस.एस .प्रभारी एवं कार्यक्रम संयोजिका डॉ मीनाक्षी व्यास ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए स्वामी विवेकानंद को युवा संन्यासी के रोल मॉडल रूप में अपनाने की अपील की। उन्होंने साथ ही यह भी छात्राओं को बताया कि पूरे विश्व में भारत के सनातन धर्म का झंडा फहराने वाले स्वामी विवेकानंद ही थे। छात्राओं में एन एस एस से माधवी मिश्रा, देव्यांशी बाजपेई, अंशिका यादव एवं दिव्यांशी ने तथा रेंजर्स से जानवी एवं रचना देवी ने नरेंद्र से स्वामी विवेकानंद बनने की जीवनी प्रस्तुत की। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान के साथ समापन हुआ।
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