घर-घर टी.बी.खोज अभियान में मिले 58 नए मरीज
-3.80 लाख आबादी में चला टी.बी.रोगी खोजी अभियान
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ आलोक प्राजपति
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता। पुनरीक्षित क्षय रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के तहत जिले में चल रहे एक माह के विशेष अभियान टी.बी.हरेगा, देश जीतेगा के दूसरे चरण में दस दिनों में 995 संदिग्ध लोगों के सैम्पल लिए गये जिसमें 58 व्यक्ति ऐसे मिले हैं जिनके अन्दर क्षय रोग की पुष्टि हुई। जिन लोगों में क्षय रोग की पुष्टि हुई उनके इलाज की प्रक्रिया के साथ ही निक्षय पोर्टल पर पोषण भत्ते की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. जे.जे.राम ने बताया कि जिले में 125 टीमों द्वारा घर पर दस्तक देकर मरीजों की स्क्रीनिग किया। इस दौरान कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी एहतियात भी ध्यान में रखा गया। इसके अलावा टीम द्वारा लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जागरुक किया गया। उन्होंने बताया कि टीबी रोग असाध्य बीमारी नहीं है। जागरूकता के अभाव में लोग घबरा जाते हैं, लेकिन टीबी का उपचार आसानी से संभव है। इलाज कराने से रोगी पूरी तरह से ठीक हो जाता है। यदि किसी को खांसी के साथ खून आता हो और शाम को बुखार चढ़ जाता हो, सीने में दर्द एवं भूख न लगती हो और वजन घटता हो तो टीबी का लक्षण हो सकता है। ऐसे में रोगी को टीबी की जांच करानी चाहिए जांच की व्यवस्था सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क उपलब्ध है।
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टी.बी.(क्षय रोग) के लक्षण
भूख कम लगना, वजन कम होने लगना, बुखार आना, शाम को बुखार बढ़ जाना, रात में पसीना आना, छोटे बच्चे की ग्रोथ रुक जाना, बच्चे का चिड़चिड़ा हो जाना। ये लक्षण तो हर टीबी में होंगे ही इसके अलावा हर अंग की टीबी के कुछ अलग लक्षण होते हैं। दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आ रही है।खांसी में खून आ जा रहा है और इसके साथ भूख कम लग रही है वजन कम हो रहा है तो यह फेफड़े की टीबी हो सकती है। हड्डी की टीबी है तो उस हड्डी में या उसके पास दर्द होगा। गिल्टी की टीबी है तो वहां ग्लैंड बढ़ जाती है।