फर्जी काल और मैसेज से रहें सावधान विभाग द्वारा नहीं की जा रही काल-सीएमओ
-अभी स्वास्थ्य कर्मियों का ही होगा कोरोना वैक्सीनेशन
प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज/फर्रुखाबाद संवाददाता।कोरोना को लगभग एक साल होने को आ रहा है, ऐसे में लोगों को बेसब्री से इसकी वैक्सीन का इंतजार है | इस मौके को भुनाने को साइबर ठगों ने अपना जाल बिछा रखा है। कोविड टीकाकरण के नाम पर ठगी का खेल शुरू हो चुका है। वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर लोग आसानी से झांसे में आ सकते हैं, इसलिए विशेष सावधान रहने की जरूरत है | मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.वंदना सिंह का कहना है कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए कहीं से न तो कोई काल की जा रही है और न ही आम आदमी का पंजीकरण किया जा रहा है । अभी तक सिर्फ सरकारी और निजी क्षेत्र में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीकरण किया गया है। जिन लोगों को वैक्सीन दी जानी है उसकी सूची विभाग के पास है। लोगों को चाहिए ऐसे फोन कॉल से सावधान रहें। अन्यथा साइबर क्राइम का शिकार हो सकते हैं ।
उन्होंने बताया कि हालांकि जिले में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है फिर भी हमें सावधानी रखने की जरूरत है। जालसाज आधार कार्ड का विवरण लेने के बाद उसकी पुष्टि के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की मांग करते हैं। कोई व्यक्ति जैसे ही ओटीपी बताता है,आधार नंबर से जुड़े बैंक खाते से रकम उड़ा दी जाती है।इसलिए पंजीकरण के लिए फोन आने पर कोई जानकारी न दें और किसी भी जानकारी के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा का कहना है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए फोन पर रजिस्ट्रेशन करवाने की कोई योजना नहीं हैं और न ही किसी भी प्रकार का आनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा रहा हैं। किसी भी अनजान व्यक्ति से निजी और गोपनीय जानकारी जैसे बैंक एकाउंट, एटीएम कार्ड (गोपनीय नंबर), आधार कार्ड और पैन कार्ड संबधी जानकारी साझा न करें।मोबाइल पर आए किसी भी प्रकार के ओटीपी को किसी से शेयर न करें।साथ ही कहा कि कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का वादा करने वाले किसी भी अनजान एप, लिंक या ऐसा दावा करने वाले किसी भी डिजिटल प्लेटफार्म के झांसे में न आएं। कोई भी अनजान एप डाउनलोड न करें।