सुरंग में फंसे लोगो की मोबाइल सिग्नल के कारण बची जान
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस उत्तराखंड- उत्तराखं डमें ग्लैशियर टूटने के कारण एक विनाशकारी स्थिति पैदा हो गयी।ग्लेशियर टूटने से घोली गंगा नदी में बाढ आ गयी और ऐसे में आसपास के खेत्रों में पानी भर गया। हादसें के बाद रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया गया और फंसे हुए लोगों को निकाला जाने लगा। मोबइल सिग्नल के कारण 16 लोगों की जान बच गयी। घटना में सरकारी कम्पनी एनटीपीसी के प्रोजेक्ट पर काम करने वाले लगभग 150 मजदूर गायब है, जिनकी जान जाने की आशंका है तो वहीं आईटीबीपी द्वारा तपोवन टनल में फंसे 16 लोगो को निकाला गया है।
ग्लेशियर टूटने के कारण जहां अचानक प्रलय सा मंजम हो गया वहीं तपोवन टन में कुछ लोग काम कर रहे है। अचानक इतना पानी आने के कारण लोग वहां मलबे में फंस गये, उन्हे सुरक्षित निकलने का कोई मार्ग नही मिला। आईटीबीपी के पीआरओ के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार सुरंग में कुछ लोगो के पास मोबाईल थे और उनके सिग्नल उन्हे प्राप्त होने के कारण उन लोगों की आसानी से लोकेशन मिल गयी और उन्हे बचा लिया गया। टनल में फंसे लोगों के मलबे से निकालने की तस्वीरे भी सामने आई है। इस रेस्क्यू आॅपरेशन में 16 लोगोे को सुरिक्षत निकला गया है। आइटीबीपी के जवानो को सुरक्षित निकले जाने पर लोगों ने धन्यवाद दिया वहीं जवानों ने भी लोगों का उत्साह बढाया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी माके पर पहुुंचे और यथा स्थिति की जानकारी ली। इस त्रृासदी से ऋषि गंगा प्रोजेक्ट को भी भारी नुकसान हुआ है। एनटीपीसी प्रोजेक्ट मेें दस ाव पाये गये। बताया जाता है कि यहां पर लगभग 150 लोग काम कर रहे थे फिलहाल उत्तराखं डमें आईटीबीपी, एनआरएफ और एसडीआरजी की टीमे मौके पर है।