तीन दिवसीय सद्भावना सत्संग समारोह का शुभारंभ
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में नागरिक समिति पार्क विनायकपुर में आयोजित सत्संग समारोह के प्रथम दिवस पर विभिन्न वर्ग, जाति धर्म तथा संप्रदाय से आये हुये भीड़ को सम्बोधित करते हुए साध्वी सुश्रेष्ठा बाई जी ने अपने चारा प्रवाह प्रवचन में कहा कि धर्म की महती छत्रछाया को समझे और अपने मन को अपने हृदय को राम मंदिर बनाये जिसके द्वारा राम का आदर्श एवं राम का प्रकाश हमारे जीवन को देवत्व प्रदान करें और हम अपने जीवन को सद्भावना प्रेम, एकता, भाईचारा, पवित्रता तथा सुदृढ़ संकल्प की शक्ति से सुसज्जित कर सकें।उपरोक्त कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री उ०प्र० सरकार श्रीमती नीलिमा कटियार मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही।अन्त में श्री सतपाल जी महाराज की शिष्या साध्वी पार्वती बाई जी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि मानव शरीर जो देवताओं को भी दुर्लम है इस अन्दर छिपे अपार, अनन्त और अनमोल खजाने को मानव नही जानता। मानव शरीर रूपी पिंड में छिये ब्रह्मांड व्यापी विस्तार, से वह पूरी तरह अनभिझ है और अपने वास्तविक आत्मस्वरूप को वह जानना नही चाहता जो सत्य, चेतन य आनन्द का अपार महासागर है। संतो ने अपने आत्म अनुभव को संसार के सामने रखकर मानव को बार-बार अज्ञान अधकार की नींद से जगाने को निष्काम सेवा की। उन्होने बताया कि सब कुछ का स्त्रोत परब्रहा परमात्मा मानव शरीर रूपी मंदिर में स्वयं विराजमान है। चमड़े के जूते बनाकर जीविका चलाने वाले संत रविदास जी की शरण में जब महलों की रानी मीराबाई ने आत्मज्ञान प्राप्त किया तो वह उस परम आनन्द में लवलीन हो गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से धीरू त्रिपाठी सभासद, एम०पी० शाहू, रामचन्द्र कुशवाहा, शैलेन्द्र पाल, आरती कुशवाहा, लक्ष्मी नारायण शर्मा, गोल, पाल शिव सागर कुशवाहा आदि लोग मौजूद रहे।
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