पुलिस को गुमराह करने वाला चाचा ही निकला भतीजे का हत्यारा
-तमंचे में कारतूस डालते समय अचानक हुए फायर से भतीजे को लगी थी गोली
-अपर पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारों के समक्ष पूरे मामले का किया खुलासा
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता। दो दिन पूर्व छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के एक इंटर कालेज में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई सफाईकर्मी की हत्या का खुलासा अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान किया। एएसपी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट लिखाने वाला चाचा ही भतीजे का हत्यारा निकला और उसने अंततः पुलिस की कड़ी पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद करवा दिया। सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों के समक्ष आरोपी को पेश करते हुए ने एएसपी विनोद कुमार ने बताया कि थाना छिबरामऊ क्षेत्र स्थित राष्ट्रीय विद्यामंदिर इण्टर कालेज के सफाई कर्मी/चैकीदार द्वारा अपने भतीजे रंजीत पुत्र श्रीकृष्ण निवासी भरतपुर थाना बेवर जनपद मैनपुरी उम्र करीब 32 वर्ष के सिर में गोली मार कर हत्या का मुकदमा थाना छिबरामऊ में दर्ज हुआ था। पंजीकृत अभियोग का सफल अनावरण करते हुए पुलिस ने अभियुक्त अजय कुमार वाल्मीकि पुत्र स्व. रामप्रसाद निवासी मोहल्ला कस्सावान थाना छिबरामऊ को आला-ए- कत्ल एक अदद तमन्चा मय खोखा कारतूस 315 बोर के गिरफ्तार किया गया। घटना के अनावरण के सम्बन्ध में आसपास के लोगो से पतारसी सुरागरसी व वादी अजय कुमार वाल्मीकि से गहनता से पूछताछ की गयी तो अभियोग के वादी अजय कुमार वाल्मीकि ने बताया कि मृतक रंजीत और वह स्वयं राष्ट्रीय विद्या मंदिर में चैकीदारी/सफाई का कार्य करते थे। दोनो लोग एक साथ विद्यालय में स्टाफ कक्ष में सोते थे। आरोपी के अनुसार वह 19 फरबरी को रात साढ़े आठ बजे अपने पास पहले से रखे हुए 315 बोर के तमन्चे में कारतूस डालकर चेक कर रहा था कि तमन्चे से फायर हो गया और गोली पास में कुर्सी पर बैठे रंजीत के सिर पर दाहिनी तरफ लगी, जिससे उसका भेजा उड़ गया और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गयी। डर के कारण तमन्चे को स्कूल के पीछे झाड़ में छिपा दिया था। एएसपी ने कहा कि वादी द्वारा स्वयं घटना कर पुलिस को गुमराह किया गया। अभियुक्त अजय कुमार वाल्मीकि की निशान देही पर घटना मे प्रयुक्त एक अदद तमन्चा 315 मय एक अदद खोखा कारतूस बरामद कर घटना का दो दिन के अन्दर खुलासा कर लिया गया। मामले की पड़ताल में प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक स्वाट टीम शैलेन्द्र सिंह उप निरीक्षक अजब सिंह आरक्षक सौरव और आरक्षक सचिन ने खास भूमिका निभाई।