नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना कर मांगी सुख समृद्धि कामना
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता। मंगलवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा की तिथि से मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना शुरू हो गई है। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना कर मां का आर्शीवाद लिया। कोरोना महामारी के बावजूद श्रृद्धालुओं ने देवी मंदिरों में पहुंचकर मां का गुणगान किया। भक्तों ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि व महामारी से मुक्ति की कामना की। इस दौरान पुलिस भी मुस्तैदी से तैनात रही। बगैर मास्क के भक्तों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया।हिन्दू धर्म में नवरात्र का विशेष महत्व है.इस बार हिन्दू नववर्ष पर नवरात्रों का शुभारंभ हुआ।इस दौरान भक्त नौ दिन व्रत रहकर माता के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना करेंगे.पहले दिन शैलपुत्री की पूजा अर्चना के साथ वासंतिक नवरात्रों का शुभारंभ हो गया। मंगलवार को भोर होते ही मंदिरों में मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना शुरू हुई।जिले भर के विभिन्न मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमडा। मां दुर्गा के जयकारों से मंदिर प्रांगण गूंज उठा। हांलाकि कोरोेना महामारी को देखते हुए प्रशासन सख्त रहा।बिना मास्क के श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जगह जगह पुलिस के जवान तैनात रहे। सादी वर्दी में महिला एवं पुरुष पुलिस के जवान अराजकतत्वों पर नजर बनाए रहे। श्रृद्धालु भक्तों ने घरों में भी घट स्थापना कर देवी मां की पूजा अर्चना की।मां दुर्गा के आह्वान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ घर के देव स्थल पर मिट्टी से खेत्री (मां का दरबार) बनाया गया। इसमें जौ बोए गए और फिर कलशों में गंगाजल के साथ कुशा, अक्षत, रोली, चांदी का सिक्का आदि रखा गया।कलश के शीर्ष भाग पर रक्तवर्णी वस्त्र में लपेट कर श्रीफल विराजा गया। देवी मां के भक्तों ने बड़े ही श्रृद्धाभाव से पूजा अर्चना कर मां का आर्शीवाद लिया।