मण्डलायुक्त ने कांशीराम व ट्रामा सेटर का किया निरीक्षण।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। सितंबर और अक्टूबर के महीने में मौसमी बुखार के मामले अधिक सामने आते है, वहीं तीसरी लहर की आशंका सभी के अंदर भय का मोहाल बनाये है। इसी भय को देखते हुये मुख्यमंत्री ने सभी आयुक्तों, डीएम, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बुखार के रोगियों की समय पर जांच, उपचार और देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिये।
-जन-जागरूकता के लिए हर संभव तरीके से व्यापक अभियान चलाया जाये।
कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने कांशीराम अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण किया।निरीक्षण में यह पाया गया कि बुखार हेल्प डेस्क (फ़ीवर हेल्प डेस्क) काम कर रहा था और इस अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 30 से 40 बुखार के मामले सामने आते हैं। डाटा बेस भी बनाए रखा जाता है। अस्पताल में 100 बेड फीवर वार्ड स्थापित किया गये। वर्तमान में भर्ती मरीजों की कुल संख्या (बुखार की शिकायत के साथ) 11 है।
डेंगू की पुष्टि का केवल एक मामला सामने आया है और रोगी का इलाज किया जा रहा है।कांशीराम अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) ने आयुक्त को बताया कि 2 दिन पहले डेंगू परीक्षण के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में 9 नमूने भेजे गए हैं, अभी रिपोर्ट्स का इंतजार है।कमिश्नर ने कई मरीजों और उनके तीमारदारों से बातचीत की। वे सभी दिए गए उपचार और देखभाल के लिए संतुष्ट थे।लेकिन एक महिला परिचारक ने पिछले एक सप्ताह से महिला शौचालय की खराब स्थिति की शिकायत की।
आयुक्त ने सीएमएस को तीन दिन में इसे ठीक कराने को कहा, कोविड हेल्प डेस्क काम नहीं कर रहा था। मरीजों और परिचारकों की मास्क अनुपालन और थर्मल गन जाँच की जाँच के लिए किसी को भी प्रतिनियुक्त नहीं किया गया था।आश्चर्यजनक रूप से अस्पताल के कई कर्मचारी और कर्मचारी मास्क नहीं पहने हुए थे।
कई मरीज़ भी बिना मास्क के पाए गए। अस्पताल के प्रवेश द्वार पर उनकी ड्रेनेज चोक की बड़ी समस्या है। परिसर के कुछ हिस्से में गंदा पानी फैला हुआ है।
सीएमएस ने आयुक्त डॉ. राजशेखर से कहा कि जल निगम पिछले एक सप्ताह से समस्या का समाधान नहीं कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि समस्या के समाधान के लिए जीएम जल निगम को कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं लेकिन इसका समाधान नहीं हुआ।
आयुक्त ने जीएम जल निगम को आगामी २ दिन में समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए।आयुक्त के संज्ञान में यह भी आया कि डिजिटल एक्स रे मशीन पिछले कई महीनों से काम नहीं कर रही है। मरम्मत और रखरखाव के तहत बजट की कमी के कारण, डिजीटल एक्स रे की मरम्मत नहीं की जा सकी।
-3 नियमित व संविदा कर्मचारियों को मास्क न लगाने पर निलंबित करने के सीएमएस को दिये निर्देश।
आयुक्त ने खराब पर्यवेक्षण और निगरानी के लिए सीएमएस कांशीराम अस्पताल को लिखित कारण बताओ नोटिस जारी किया।कमिशनर ने सीएमएस को अस्पताल के 3 कर्मचारियों को निलंबित (नियमित) और (संविदा कर्मचारियों) हटाने का निर्देश दिया, जो मास्क पहने नहीं पाए गए, लेकिन रोगियों और परिचारकों के साथ काम करते पाए गए।आयुक्त ने एडी स्वास्थ्य को अगले 7 दिनों में एक बार फिर अस्पताल का दौरा करने और अनुपालन की रिपोर्ट करने का निर्देश दिया।मंडलायुक्त ने सभी ज़िलाधिकारियों ऐडी हेल्थ और सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे तत्काल फ़ीवर हेल्प लाइन / कॉल सेंटर स्थापित करने और उसका नम्बर जनता में रिलीज़ करने के निर्देश दिए ताकि फ़ीवर के मामलों को समय पर संज्ञान लेकर बेहतर इलाज की सुविधा सुनिश्चहित किया जा सके।