विश्व मरीज सुरक्षा दिवस कल
-मरीज और डॉक्टर के बीच हो आत्मीयता का रिश्ता:सीएमओ
प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज/फर्रुखाबाद संवाददाता।हर वर्ष 17 सितम्बर को विश्व मरीज सुरक्षा दिवस मनाया जाता है।इसकी घोषणा 72वीं वर्ल्ड हेल्थ असेम्बली में मई 2019 में की गई थी। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना,रोगियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति जागरूकता तथा इसके लिए सहयोग को बढा़वा देना है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चन्द्रा ने कहा कि आज डॉक्टर हो या मरीज अपने बीच आत्मीयता का रिश्ता ही भूलते जा रहे हैं।अगर दोनों के बीच यह सुधर जाये तो मरीज भी जल्द स्वस्थ हो सकता है और उसके स्वस्थ होने पर स्वास्थ्य कर्मियों को भी संतोष की अनुभूति होगी।सीएमओ ने सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केंद्र पर विश्व मरीज सुरक्षा दिवस पर मरीज की सुरक्षा,उनके अधिकार, मरीजों और उनके परिवार से उचित व्यवहार करने की शपथ लें।इसके साथ ही चिकित्सालय में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को भी उनके कर्तव्यों को बोध कराएँ।क्वालिटी एश्योरेंस (डीसीक्यूए) के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य कर्मियों को उनके कार्य का बोध कराना होता है।इसके साथ ही कहा कि अस्पताल में आने बाले मरीजों के साथ हमें प्यार के साथ पेश आना चाहिए।यही दायित्व मरीज और तीमारदार का स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति भी बनता है।जिला सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस (डीसीक्यूए) डा. शेखर यादव ने कहा कि हमें चिकित्सालय में आने वाले प्रत्येक मरीज और तीमारदार से मित्रवत व्यवहार करना चाहिए तभी आप उनके दिल में जगह बना सकते हो।मरीज को भी आपकी सहानभूति और प्यार की जरुरत होती है।अगर आप उससे मित्रवत व्यवहार करेंगे तो वह जल्द स्वस्थ होकर अपने घर जा सकेगा।