ऑटो अप्रूवल से बेहताशा बढ़े लर्निंग लाइसेंस
U- कैफे वाले उठा रहे है फायदा
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में जब से सरकार द्वारा पारदर्शिता लाने के लिए प्रशिक्षण लाइसेंस यानी की लर्निंग लाइसेंस को घर बैठे खुद परीक्षा देकर पास करने की सुविधा आम जनमानस को दे दी साथ ही लाइसेंस पास होने के बाद उसका ऑटो अप्रूवल भी स्वयं हो जाता है लेकिन इस कड़ी में कई कैफे वालों को इसका फायदा जरूर मिल गया। इस बारे में आरआई अजीत सिंह ने बताया कि ऐसे कैफे वाले लाइसेन्स बनाने का फर्ज़ीवाड़े भी करते है।
केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री द्वारा जारी दिशा निर्देश के तहत उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में ऑनलाइन सुविधा का शुभारंभ बीते 3 साल पहले किया जा चुका था। पूर्व में लर्निंग लाइसेंस की परीक्षा देने के लिए पहले आवेदक को अपने प्रपत्रों की जांच करानी होती थी और फोटो तथा बायोमेट्रिक करवानी पड़ती थी उसके बाद जब आवेदक परीक्षा देता था और पास हो जाता था तो इसका अप्रूवल आर आई आई के द्वारा किया जाता था। लेकिन जब प्रक्रिया में बदलाव हुआ तो अब अगर आधार कार्ड में आवेदक का मोबाइल नंबर जुड़ा है तो ऑनलाइन पोर्टल आधार के अनुसार सारा डेटा स्वयं ही उठा लेता है जिससे यह नही पता चल पाता है कि लाइसेंस बनवाने वाला कही शारीरिक रूप से अपंग तो नही, उसकी आँखों मे कोई गड़बड़ी तो नही। इन सभी बातों से इतर अब लाइसेंस कैसे भी बने विभाग और आरआई का कोई भी हस्ताक्षेप नही रहा जिसका पूरा फायदा कैफे वाले और फर्ज़ीवाड़ा करने वाले जरूर उठा रहे है।