ऑनलाइन जॉब के झांसे में फंसकर महिला ने गवां दिए 36 लाख,ऐसे हुई साइबर फॉड की शिकार।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। शहर की माहिला के साथ साइबर फॉड का मामला सामने आया है। महिला का आरोप है कि उनके व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया था। जिसमें पार्ट टाइम जॉब करने पर प्रतिदिन 1 हजार से 5 हजार देने की बात कहीं गई थी. इस दौरान महिला ने करीब 36 लाख रुपये इनवेस्ट किए थे, जब ठगी का अहसास हुआ तब वह साइबर थाने में शिकायत दर्ज करने पहुँची, वही पुलिस आयुक्त ने मामले की जाँच डीसीपी क्राइम को सौप दी है।
श्याम नगर निवासी एक महिला से साइबर ठगों ने 36 लाख रुपये ऑनलाइन ठग लिए गए हैं. महिला का आरोप है कि उन्हें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अकाउंट व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया था, जिसमें पार्ट टाइम जॉब करने पर प्रतिदिन 1 हजार से 5 हजार देने की बात कहीं गई थी, इसके बाद उसे टास्क पूरा करने पर रकम दोगुना करके दिया गया। रकम दोगुना होने का लालच और फंसी हुई रकम को बचाने के चक्कर में महिला ने एक के बाद एक 36 लाख रुपए का इनवेस्टमेंट कर दिया। रकम दोगुना नहीं मिलने पर महिला को ठगी का
एहसास हुआ। साइबर ठगों ने उसके सभी नंबर ब्लॉक कर दिया और ग्रुप से बाहर निकाल दिया। महिला ने साइबर थाने में मामले की शिकायत की है।
पहले रकम दोगुनी की, मोटा इनवेस्टमेंट होते ही हड़पी रकम
ठगी की शिकार आकांक्षा ने बताया कि खाते में रिचार्ज पर दोगुना रकम भेजते रहे और लालच में आकर आकांक्षा साइबर ठगों के खाते में 36 लाख रुपए का इनवेस्टमेंट कर दिया। 27 अप्रैल को आकांक्षा ने खाते में रकम नहीं आने की बात पूछी तो ठगों ने बताया कि 46 लाख का 50 प्रतिशत और भेजना पड़ेगा। इसके बाद ही अकाउंट से कैश की निकासी हो पाएगी। सिर्फ ऑनलाइन रकम दोगुनी होने का दिखाई पड़ता रहा, लेकिन हकीकत में उनका अकाउंट पूरा खाली हो गया। ज्यादा पूछताछ शुरू की तो आकांक्षा को साइबर ठगों ने उन्हें सभी ग्रुपों से बाहर करके उनका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया। पीति महिला ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए 27 अप्रैल
को ही साइबर सेल और साइबर थाने में तहरीर की। वही पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने मामले की जाँच डीसीपी क्राइम को सौपी है।