अखिलेश की सुरक्षा व्यवस्था में चूक,हेलीपैड पर पहुंचा समर्थकों का सैलाब
-कन्नौज शहर में चुनावी जनसंपर्क अभियान को पहुंचे अखिलेश ने बाबा गौरीशंकर मंदिर में पूजा अर्चना के बाद शुरू किया चुनाव प्रचार
-कन्नौज शहर में अपने पुराने समर्थकों से मिलने उनके घरों पर पहुंचे अखिलेश
प्रिंस श्रीवास्तव के साथ संदीप शर्मा
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।जैसे-जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है,राजनैतिक दलों के नेता अपने प्रचार प्रसार में पूरी ताकत झोंकने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।उपचुनाव से पहली बार सांसद बने अखिलेश यादव की अगर बात करें तो पता चलता है कि, वर्ष 1999 में मुलायम सिंह यादव ने कन्नौज और संभल से चुनाव लडा था।दोनों सीटों से चुनाव जीतने वाले मुलायम सिंह ने कन्नौज सीट से अपना इस्तीफा दे दिया था।इसके बाद साल 2000 में अखिलेश को जब मुलायम ने कन्नौज की बागडोर सौंपी तो पहले उपचुनाव में अखिलेश कन्नौज सीट से चुनाव में जीत के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचे थे। और यहीं से शुरू हुआ था कन्नौज से समाजवादियों का रिश्ता।आखिर अखिलेश को कन्नौज की जनता से अटूट स्नेह और प्रेम मिला।और कन्नौज से अपनी चुनावी हैट्रिक लगाने के बाद अखिलेश के बाद उनकी पत्नी डिंपल को भी कन्नौज की जनता ने हाथों हांथ लिया और अपना सांसद बनाया। एक लंबे समय तक कन्नौज सपाइयों का गढ़ कहा जाने लगा, जो नजरंदाजी के कारण साल 2019 के संपन्न हुये लोकसभा चुनाव से खिसकने लगा। और यहां बीजेपी का परचम फहरा गया।कन्नौज से अखिलेश का रिश्ता घर जैसा बनता चला गया, जिस कारण यहां के लोग अखिलेश को भइया और डिंपल को भाभी कहने लगे।12 साल के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर अखिलेश ने अपना गढ़ खिसकता हुआ देख एक बार फिर वापसी ली और कन्नौज से ही साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिये ताल ठोक दी।
लोकसभा चुनाव घोषित होने के बाद से लगातार अखिलेश कन्नौज का दौरा कर रहे हैं।सोमवार को भी अपने चुनाव प्रचार को कन्नौज पहुंचे अखिलेश ने अपना चुनावी अभियान कन्नौज के सिद्धपीठ बाबा गौरी शंकर मंदिर में पूजा अर्चना और माथा टेकने के बाद शुरू किया।इससे पहले कन्नौज पहुंचे अखिलेश के आगमन के दौरान उनकी सुरक्षा में चूक का माजरा सामने आ गया।अपने निर्धारित कार्यक्रम से करीब एक घंटा देरी से हेलीकाप्टर से कन्नौज शहर के बोर्डिंग मैदान के निकट बनाये गये हेलीपैड पर जैसे ही अखिलेश पहुंचे।तभी जोश खरोश से भरे सपाई समर्थक,नेता,और कार्यकताओं का हुजूम सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर पर्व मुख्यमंत्री के हेलीपैड पर जा पहुंचा।जिसके बाद आपा धापी का माहौल पैदा हो गया।सुरक्षा व्यवस्था को मौजूद पुलिस और अखिलेश की सुरक्षा व्यवस्था को लगे खास कमांडों को हेलीपैड पर मौजूद भीड़ को हटाने में कडी मशक्कत करनी पड़ी।इतना ही नहीं कन्नौज शहर में अपनी कार से भ्रमण के दौरान भी अखिलेश की सुरक्षा व्यवस्था को गाड़ी के साथ साथ भाग रही और बार बार गाड़ी को घेरने वाली समर्थकों की भीड़ को काबू करने के लिये कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।इस दौरान कई सपाइयों से पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की झड़प भी हुई।लेकिन समर्थकों में अखिलेश को देखने और उनके करीब पहुंचने को लेकर जोश इतना जादा था कि पूरे भ्रमण कार्यक्रम के दौरान समर्थक लगातार डटे रहे।कन्नौज शहर में भ्रमण के दौरान बाबा गौरी शंकर मंदिर में पूजा अर्चना के बाद अखिलेश अपने पुराने चहेतों से मिलना और आगामी चुनाव के मतदान में उनका सहयोग मांगना नहीं भूले।अखिलेश ने कन्नौज में बजरिया शिखाना मोहल्ला से लेकर अनंदी दास मोहल्ला,हरदेवगंज, सहित इत्र नगरी कन्नौज के कई मोहल्लों में जनसंपर्क किया।यहां के मतदाताओं से अखिलेश चुनाव में आशीर्वाद लेना नहीं भूले।अखिलेश कन्नौज शहर के सुनील राठौर पूर्व चेयरमैन,मंडई में फैजान मालिक,गुड्डू सक्सेना, से लेकर कई पुराने खास चेहरों से रूबरू हों नहीं भूले।कन्नौज शहर में अपने चुनावी अभियान के दौरान लोगों का अखिलेश को आशीर्वाद मतदाताओं से बेहतर मिला।बड़ी संख्या में सपाइयों का जनसैलाब लगातार भ्रमण कार्यक्रम के दौरान डटा रहा।