नाबालिग से दुष्कर्म मामला----
मेडिकल न कराने और कोर्ट में बयान देने से रोकने वाले आरोपी के भाई की जमानत मंजूर
-जानलेवा हमले के एक अन्य मामले में वांछित होने के चलते फिलहाल जेल में रहेंगे बंद
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता। नाबालिग से रेप मामले में शुक्रवार को आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई को जमानत मिल गई है।पॉक्सो कोर्ट ने साक्ष्य मिटाने के प्रयास के आरोपी की जमानत मंजूर की है।हालांकि एक अन्य मामले में आरोपी होने के कारण नीलू यादव की जेल से रिहाई नहीं हो पायी हैं।गौरतलब हो कि 11 अगस्त की रात पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव ने चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय में नाबालिग के साथ रेप किया था। पीड़िता की शिकायत पर रात में ही पुलिस ने उन्हें कॉलेज के एक कमरे से हिरासत में लेकर 12 अगस्त को जेल भेज दिया था। इस दौरान नवाब सिंह के छोटे भाई नीलू यादव ने पीड़िता की बुआ को लालच देकर उसका मेडिकल न कराने और कोर्ट में बयान देने से रोकने का दबाव बनाया था।ये मामला तब सामने आया था।जब रेप कांड में सह आरोपी पीड़िता की बुआ को पुलिस ने 21 अगस्त को हिरासत में लिया था।पूंछतांछ के दौरान उसने सच कबूल करते हुए नीलू पर आरोप लगाते हुए बताया था कि पीड़िता के बयान बदलवाने और मेडिकल परीक्षण न कराने के लिए नीलू ने उसके एक करीबी के बैंक अकाउंट में चार लाख रुपए ट्रांसफर कराए थे। इसके बाद से नीलू फरार हो गया।उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छः टीम लगी रहीं। नीलू पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था।इस सबके बावजूद पुलिस को चकमा देकर नीलू ने बीती तीन सितंबर को पॉक्सो कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जिसके बाद से वह जिला जेल में बंद है।दो दिन पहले उनके अधिवक्ता ने कोर्ट में नीलू की जमानत याचिका दाखिल की। जिस पर सुनवाई करते हुए स्पेशल जज पाक्सो अलका यादव की कोर्ट ने नीलू की जमानत मंजूर कर ली।विशेष लोक अभियोजक किशोर दोहरे और अपर शासकीय अधिवक्ता नवीन दुबे ने बताया कि नीलू पर जमानती धाराएं लागू थीं। जिससे उन्हें जमानत दे दी गई है।रेप कांड में साक्ष्य मिटाने के प्रयास के आरोप में भले ही नीलू यादव को जमानत मिल गई हो, लेकिन अभी जेल से उनकी रिहाई नहीं हो सकेगी।दरअसल, नीलू यादव जानलेवा हमले के एक अन्य मामले में वांछित था। अब उस केस में भी नीलू को अपनी जमानत करानी होगी। जानलेवा हमले के मामले में पुलिस नीलू को रिमांड पर लेने के लिए याचिका दाखिल करेगी।