जलवंशीय समागम एवं एकजुटता महोत्सव को लेकर 14 को लखनऊ पहुंचने की अपील
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | नेतृत्व विहीन समाज को उसका अपना खोया हुआ हक और हुकूक दिलाने के लिए डोर टू डोर एडवोकेट दीपू निषाद ( सागर ) ने कमर कस कर कसरत शुरू कर दी है | जिस पर 14 दिसंबर दिन रविवार को एक विशाल जलवंशीय समागम एवं एकजुटता महोत्सव मनाने को लेकर अवध शिल्पग्राम शहीद पथ लखनऊ पहुंचने की अपील की | उन्होंने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहां कि जिस समाज का कोई नेतृत्व कर्ता नहीं होता है उस समाज में बरबख्त संकट के बादल मण्डराया करते है | इसलिए समाज को मजबूत और ताकतवर बनाने की योजना के तहत यह कदम बढ़ाया गया है जिसमें सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विषयों पर गम्भीर रूप से विचार विमर्श किया जायगा | उन्होंने आगे कहां कि समाज को उसका अपना जुनून हक दिलवा कर दम लूंगा उसके लिए चाहें गंगा यमुना क्यूं न पार करना पड़े | उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहां कि आधी रोटी खायें पर बच्चों को जरुर पढ़ाएं जिससे सागर को छुआ जा सकें | अब दूसरों के पीछे भागने की जरूरत नहीं अपने मजबूत कर समाज के हाथों को ताकतवर बनाएं श्री सागर ने कहां कि यह एक सामाजिक और शैक्षिक कार्यक्रम है, जो जलवंशीय समाज है,मछुआरा समाज है उनके बच्चों को शिक्षा की तरफ कैसे आकर्षित किया जाएं, ध्यान केंद्रित कराया जाएं इस विशालकाय कार्यक्रम का उद्देश्य सिर्फ समाज की एक जुटता और संगठन को मजबूती प्रदान करना है ताकि यह जो जलवंशीय समाज है मछुआरा समाज जो हाशिए पर हैं वो अपने अधिकारों से वंचित हैं,उनको पा सकें इन्हीं बिन्दुओं पर इस कार्यक्रम के जरिए विचार विमर्श होना है अपने विचारों को एक दूसरे से साझा करना है, यह कार्यक्रम किसी भी दल , संगठन के विरोध में नहीं है और ना ही किसी दल के दल के पक्ष में है उन्होंने पुनः एक बार फिर हाथ जोड़ कर समाज के सभी लोगों से प्रार्थना की ज्यादा से ज्यादा लोग कार्यक्रम में पहुंच कर कार्यक्रम को सफल बनायें |
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