गुरु वंदना से हुआ दो दिवसीय सद्भावना सत्संग समारोह का शुभारंभ
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में श्री राधा कृष्ण धाम टेलीफोन कालोनी एफ ब्लाक पनकी में सत्संग समारोह हुआ सत्संग समारोह का शुभारम्भ गुरू वंदना से हुआ सतपाल महाराज की शिष्या साध्वी सुभरेष्ठा बाई साध्वी मधुलता बाई ने सत्संग विचार रखे।
तदुपरान्त साध्वी पर्वती बाई ने अपने महान अविरल सत्संग विचारों में कहा कि मन की चंचलता को रोकने का साधन भगवान का झान जब तक नहीं होगा तब तक वह मन भटकता रहेगा और जीवात्मा को ध्येय से ही दूर ले जाता रहेगा। आज व्यक्ति किसी वाहन का इस्तेमाल करता है, उसे नियंत्रित करने के लिए वह पहले ही ब्रेक पर हाथ या पॉव रखता है। चाहे साइकिल हो, स्कूटर हो, मोटर गाड़ी हो और चाहे हवाई जहाज ही क्यों न हो। अगर वाहन तेज चल रहा है, रास्ते में कोई आगे आ जाए तो वह उसे बचाने के लिए. दुर्घटना से बचने के लिए तुरन्त ब्रेक का प्रयोग करता है। ऐसे ही यह मन बड़ा ही चंचल है, कहीं का कहीं सांसारिक वस्तुओ में माया के भोगों में चला जाता है। जब तक इस मन की चंचलता के रोकने का साधन भगवान का ज्ञान नहीं होगा तब तक हमें यह चंचल मन कही-न -कहीं भटकाता रहेगा। जीवात्मा का जो ध्येय है, उद्देश्य है कि प्रभु- परमात्मा का ध्यान-सुमिरण करना है, उससे दूर ही ले जाता रहेगा। उसी को नियंत्रण करने का ज्ञान-उपदेश समय के सदगुरू देते है।अन्त में सर्वे भवन्तु सुखीन की मंगलमयी प्रार्थना से कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सत्य कुमार अवस्थी, आशा निगम, गंगा महेश पाण्डेय, राजाराम, पवन शुक्ला, श्रीराम शर्मा हरीकेश शिव शंकर, आदि लोग उपस्थित रहे।