मंगलवार की सुबह खोले गये बद्रीनाथ धाम के कपाट
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस उत्तराखंड- भारत में आस्था के सबसे बडे चार धामों में एक बद्रीनाथ धाम के कपाट मंगलवार की सुबह खोल दिऐ गऐ। अब उत्तराखंड
के चारों धामों के कपाट खुल चुके है। बतादे कि बीते वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण मंदिर के कपाट खुलने के बाद भी वहां श्रृद्धालुओं के आवागमन पर रोक लगाई गई थी और इस बार भी कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर में किसी भी श्रृद्धालु का आना अभी प्रतिबंधित है।मंगलवार की सुबह बद्रीनाथ धाम कपाट खोल दिये गये है लेकिन यहां किसी भी श्रृद्धालू के आने पर रोक लगा दी गयी है और यह निर्णय कोरोना संक्रमण के कारण लिया गया है। मंदिर में पूजा-पाठ के लिए केवल मंदिर के पुजारी की वहां रहेंगे। मंगलवार की सुबह ब्रम्हमुहूर्त मंे धाम के कपाट खोले गये और धाम के मुख्य पुरोहित ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर के कपाट खोले। प्रथम दिन बहुत की कम संख्या में लोग वहां उपस्थित हुए इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे। इस प्रकार अब उत्तराखंड के चारो धामों के कपाट खुल गये है। ब्रदीनाथ मंदिर को गेंगे के फूलों से सजाया गया था लेकिन कोरोना के कारण अभी फिलहाल कोई भी भक्त मंदिर नही आ सकता है। वहीं केदारनाथ से कुछ ही दूरी पर स्थित भैरवनाथ के कपाट भी खोल दिये गये, क्यों कि यह पुरानी परम्परा है कि केदारनाथ के कपार्ट खुलने के बाद ही भैरवनाथ के भी कपाट खोले जाते है। उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी होने के कारण चारो धामों के कपाटों को नवम्बर सेबंद कर दिया जाता है। बताया गया कि जैसे ही इस कोरोना का संक्रमण कम होगा तब श्रृद्धालुओं को दर्शन के लिए आने की अनुमति मिल सकती है।
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