पुलिस जवानो को दंगा से निपटने के लिए दिया गया प्रशिक्षण
-एसपी के निर्देश पर पुलिस लाइन में हुआ मार्क ड्रिल का आयोजन
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता। उन्नाव में बलवाइयों के आगे नतमस्तक हुई पुलिस का मामला सामने आने के बाद जिले मेें पुलिस महकमे ने दंगे से निपटने की ट्रेनिंग शुरू कर दी है। एसपी के निर्देश पर सीओ लेवल से लेकर सिपाहियों तक को दंगाइयों से निपटने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शुक्रवार को पुलिस लाइन में ऐसे दंगो से निपटने के लिये मॉकड्रिल का आयोजन किया। जिसमें दंगा होने के बाद दंगाइयों से निपटने का रिहर्सल किया गया। मार्क ड्रिल के दौरान अचानक भीड़ के चीखने और नारे लगाने की आवाजें आने लगी। हाथों में मशाल और ईंट पत्थर व हथियार लेकर भीड़ पुलिस की तरफ बढ़ रही थी। काफी देर तक पुलिस दंगाइयों को रोकने व समझाने की कोशिश करती रही, लेकिन जब बात नही बनी तो पुलिस ने फायरिंग कर दंगाई भीड़ को खदेड़ा।पुलिसकर्मियों को विपरीत परिस्थिति में नियंत्रण के तरीके सिखाए गए। मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस कर्मियों को दो गुटों में बांटा गया। एक गुट में दंगा करने वाले और दूसरे गुट में पुलिस कर्मियों को रखा गया। जिसमें आंदोलनकारियों ने आक्रोशित होकर नारेबाजी व पुलिस कर्मियों पर हमला किया। जिसकी सूचना पर पुलिस विभाग की अलग-अलग टीमें मौके पर पहुंची और दंगाइयों को समझाने का प्रयास किया लेकिन भीड़ ने पुलिस कर्मियों को दौड़ा लिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति से लाठीचार्ज किया गया। इसके बाद भी दंगाइयों के न मानने पर आंसू गैस के गोले और रबर की बुलेट से फायर कर भीड़ को तितर-बितर किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान थाना प्रभारियों समेत पुलिस के जवान मौजूद रहे।