गर्भावस्था में डाइबिटीज के साथ सही समय पर प्रसव आवश्यक
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | आई. एम. ए कानपुर एवं सैफ मदरहुड कमेटी फॉग्सी कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में पर एक सीएमई का आयोजन आईएमए भवन परेड कानपुर में किया गया। जिसकी मुख्य वक्ता सेफ मदरहुड कमेटी की चेयपर्सन डॉ प्रीति कुमार एवम् आईएमए कानपुर की अध्यक्ष एवं वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ नीलम मिश्रा थी। इस सीएमई प्रोग्राम में गर्भवती महिलाओं में डाइबिटीज का दुष्प्रभाव व ससे किस प्रकार बचा जा सकता है इसके बारे में विवेचना की गई। डाइबिटीज को गर्भावस्था में किस प्रकार से कंट्रोल किया जा सकता है इसमें सबसे ज्यादा नियमित आहार और व्यायाम का बहुत योगदान होता है। इसमें कंट्रोल नहीं होता तो इंसुलिन थेरेपी या मेटफॉरमिन जैसी औषधियां दी जाती है। गर्भावस्था में डाइबिटीज के साथ सही समय पर प्रसव आवश्यक होता है व प्रसव के समय डाइबिटीज पर विशेष नियंत्रण रखना पड़ता है जिसमें मां व ग्रभस्थ शिशु सुरक्षित रहे।आज के कार्यक्रम की चेयरपर्सन डॉ किरन पांडे, डॉ उषा गोयनका, डॉ. नंदिनी रस्तोगी, डॉ किरन सिन्हा थी। आज के कार्यक्रम का संचालन डॉ विनीता अवस्थी ने किया और अंत में धयनवाद ज्ञापन आईएमए कानपुर के सचिव डॉ दिनेश सचान ने दिया।
इस अवसर पर डॉ संगीता आर्य, डॉ कंचन शर्मा, डॉ राशि मिश्रा, डॉ शुंबुल शकील, डॉ एस. के. निगम, डॉ राघवेन्द्र सिंह, डॉ अंजलि गंगवार, डॉ मुना लाल विश्वकर्मा आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित थे।