सहायक व अवर अभियंता के निलंबन पर परिषद ने किया प्रदर्शन।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर।पराग डेरी खण्ड के सहायक अभियन्ता एवं अवर अभियन्ता का निलम्बन एकतरफा (बिना स्पष्टीकरण प्राप्त किये) किया गया है। वह पूर्णतयः गलत है। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन इसकी घोर निन्दा करता है। आप भली भांति अवगत है कि पिछले एक साल से अधिक समय से सभी लोग कोरोना जैसी महामारी से ग्रसित है। ऐसे समय में सभी अवर अभियन्ता एवं प्रोन्नत अभियन्ता अपनी जान की परवाह किये बिना लगातर सम्मानित उपभोक्ताओं को अनवरत् विद्युत आपूर्ति दिये है जिसकी प्रशंसा उ० प्र० सरकार द्वारा भी कई बार की गयी है। केस्को में पिछले एक वर्ष से स्टोर में सामान की भारी कमी, पेड़ों की छटाई के अनुबन्ध न होना, वर्कशाप में वितरण परिवर्तकों की भारी कमी लाइनों के परीक्षण हेतु मेगर, टॉग टेस्टर इत्यादि लम्बे समय से उपलब्ध न कराना, अवर अभियन्ताओं एवं प्रोन्नत अभियन्ताओं द्वारा उपरोक्त के बावजूद झटपट की पेण्डेन्सी को शून्य रखना न्यूनतम 16 घण्टे विद्युत उपकेन्द्र पर उपभोक्ताओं की सेवा हेतु उपस्थित रहना, केस्को में नये संयोजन हेतु मीटरों की भारी कमी को देखते हुए हजारों की संख्या में पुराने मीटरों को स्थापित कराना केस्को को उ.प्र. में 741 रू० थू रेट दिलाकर सर्वोच्य राजस्व की कम्पनी बनाने का कार्य किया है।
पराग डेरी की विद्युत आपूर्ति के बारे में अवगत कराना है कि 23 जुलाई को बारिश के कारण लाइन में फाल्ट आया, इसका विस्तृत विवरण लिखकर अधीक्षण अभियन्ता को भी दिया गया है। अवर अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता अनवरत विद्युत आपूर्ति सामान्य करने हेतु तरह-तरह के प्रयास करते रहे। अवर अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता के साथ खण्ड के अधिशाषी अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ता अधिकतर समय तक भी रहे हैं। परन्तु समय रहते जैसा कि खण्ड के अधिकारी, अधीक्षण अभियन्ता से बरसात से पहले पेड़ो की छटाई हेतु अनुबन्ध करने का आग्रह करते रहे परन्तु अधीक्षण अभियन्ता द्वारा इसे गम्भीरता से नहीं लिया गया एवं इसके साथ-साथ दोहरी विद्युत व्यवस्था हेतु निर्माण खण्ड द्वारा पिछले 2-3 साल से 33 के.वी. पोषक का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जो आज तक भी पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में सामान्य भौगोलिक परिस्थितियों के साथ-साथ उपरोक्त कार्य न होने से विद्युत व्यवस्था का पूरा ठीकरा अवर अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता के ऊपर फोड़कर निलम्बित कर दिया गया, जोकि एकतरफा कार्यवाही करते हुए पूर्णतया गलत किया गया है। केसा हाऊस में एकत्रित होकर प्रबन्ध निदेशक को ज्ञापन दिया गया। बैठक में प्रमुख रूप से इ. देवेन्द्र कुमार अग्रवाल, अध्यक्ष इ. सतीश चन्द्र, महासचिव, इ. रमेश चन्द्र गौतम, इ. जे०पी० वाष्णेय, इ. राजेन्द्र कुमार, इ. विकास भटनागर, इ. दीपक, इ. मनोज कुमार यादव आदि मौजूद रहे।
राज्य विद्युत परिषद जुनियर इंजीनियर संगठन शाखा केस्को ने गलत तरीके से बिना सही वजह जाने निलम्बित किये गये सहायक अभियन्ता एवं अवर अभियन्ता को तत्काल ससम्मान बहाल करने के साथ-साथ असली दोषियों पर कार्यवाही किये जाने,अन्यथा की दृष्टि में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन का प्रत्येक सदस्य किसी भी प्रकार के आन्दोलन करने के लिये मजबूर होगा।