इंग्लिश गेंदबाजों के हाथ लगी बाजी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस नई दिल्ली -इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त लेकर लीड्स पहुंची भारतीय टीम का ऐसा स्वागत होगा, शायद ही किसी ने सोचा होगा. विराट कोहली के लड़ाके लॉर्ड्स की तरह लीड्स फतह करने पहुंचे हैं. लेकिन जो रूट के गेंदबाजों ने लीड्स टेस्ट के पहले ही दिन भारतीय टीम की जीत की खुमारी उतार दी. इंग्लैंड ने टीम इंडिया को पहली पारी में महज 78 रन पर समेट दिया. यह इंग्लैंड के खिलाफ भारत का तीसरा सबसे छोटा स्कोर है.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लीड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी. यह फैसला भारतीय बल्लेबाजों से ज्यादा इंग्लिश पेसर्स को पसंद आया. खासकर जेम्स एंडरसन को, जिन्होंने अपने पहले ही स्पेल में केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली को चलता कर दिया. एंडरसन के इस तिहरे झटके से भारत का स्कोर 3 विकेट पर 21 रन हो गया. अब जिम्मेदारी मध्यक्रम और निचलेक्रम पर आ टिकी, जिसने पहले दो टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इस बार बाजी इंग्लिश गेंदबाजों के हाथ लगी.इंग्लैंड की ओर से सारे तेज गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. इस कारण भारतीय बल्लेबाज कभी भी चैन की सांस लेते नहीं दिखे. जेम्स एंडरसन के अलावा क्रेग एवर्टन ने तीन विकेट झटके. ऑली रॉबिनसन और सैम करेन के हिस्से दो-दो विकेट आए. एवर्टन को इस मैच में मार्क वुड की जगह मौका मिला है. वुड चोट के कारण मैच नहीं खेल रहे हैं.
78 रन, भारत का टेस्ट क्रिकेट में नौवां न्यूनतम स्कोर है. भारतीय टीम 8 बार इससे भी छोटे स्कोर पर आउट हो चुकी है. वैसे यह 26वां मौका है जब भारतीय टीम टेस्ट मैचों में 100 का स्कोर नहीं छू सकी. भारतीय टीम का न्यूनतम स्कोर 36 रन है, जो उसने 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में बनाया था. भारत का इंग्लैंड के खिलाफ यह तीसरा सबसे छोटा स्कोर है. भारतीय टीम इससे पहले 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन पर समिट गई थी, जो 2020 तक भारत का सबसे छोटा स्कोर भी था. इंग्लैंड 1952 में भारत को 58 रन पर भी आउट कर चुका है.