भोर पहर से मंदिरों में लगी भक्तों की कतार।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की उपासना के नवरात्र गुरुवार से शुरू हो गये। सुबह से ही घरों में कलश स्थापना और पूजन के साथ ही मंदिरों में देवी दर्शन के लिए भक्तों की कतार लग गई। घरों और मंदिरों में देवी मंत्रों की गूंज सुनाई देती रही। बारादेवी मंदिर, जंगली देवी मंदिर, तपेश्वरी मंदिर, काली मठिया मंदिरों में सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने पहुंचकर मां शैलपुत्री का पूजन अर्चन किया।
बिरहाना रोड स्थित तपेश्वरी माता मंदिर में भी बैरिकेडिंग के जरिए भक्तों को बारी-बारी से मां के दर्शन कराने का प्रबंध किया गया है। मंदिर परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों ने सुबह से आने वाले भक्तों को टोलियों में विभाजित करके दर्शन सुचारू कराएं। बारादेवी मंदिर और जंगली देवी मंदिर में भक्तों को मास्क लगाकर ही प्रवेश दिया जा रहा है। मुख्य द्वार पर ही तैनात मंदिर के वॉलिंटियर्स और पुलिस बल द्वारा भक्तों को मास्क लगाकर आने का आग्रह किया जा रहा है। बारादेवी मंदिर में 50 भक्तों को एक बार में प्रवेश देकर दर्शन कराए जा रहे हैं। मंदिर परिसर में भक्तों को एकत्र होने से रोकने के लिए लगातार प्रबंधक मंडल द्वारा अनाउंसमेंट भी किया जा रहा है। मंदिर के बाहर मेले के लिए लगने वाली दुकान पर रोक है, हालांकि सुबह कुछ दुकानें सजी थी, जिन्हें पुलिस ने हटवाया। वही किदवई नगर स्थित जंगली देवी मंदिर में मुख्य द्वार पर ही सैनिटाइजेशन मशीन से गुजरने के बाद भक्तों को मंदिर परिसर में प्रवेश दिया गया। शारीरिक दूरी के लिए बने घेरे में खड़े होकर भक्तों ने दर्शन किए। मंदिरों में देवी मां की आरती के दौरान मंदिर परिसर में कार्य श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया गया।
मंदिर प्रबंधक पंडित विजय ने बताया कि भोर आरती के बाद संध्या आरती में भी सीमित भक्तों को ही शामिल किया जाएगा। भक्ति शारीरिक दूरी का पालन करते हो मंदिर में दर्शन पूजन दिन भर कर सकते हैं। शास्त्री नगर स्थित काली मठिया मंदिर में बैरिकेडिंग लगाकर महिला और पुरुषों को अलग-अलग लाइन से सीमित संख्या में दर्शन कराए जा रहे हैं। परिसर में मां के दर्शन को उमड़े रही भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर में वॉलिंटियर्स और पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।
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