प्रोफेशनल पार्टनरशिप मॉडल के जरिए माफियाओं से कब्जाई जमीनों को छुड़वाएगा।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। भूमाफियों द्वारा कब्जाई गई जमीनों को कानपुर विकास प्राधिकरण वापस लेगा। ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने फर्जी अभिलेखों के जरिए केडीए की जमीन अपने नाम करा ली। जमीनें वापस पाने और फर्जीवाड़े का खुलासा करने के लिए केडीए ने प्रोफेशनल पार्टनरशिप मॉडल तैयार किया है। आपको बताते चले कि पिछले काफी समय से केडीए को लैंड बैक की तलाश रही है जिसमें मूल अड़चन यही आ रही थी कि जमीन तो बहुत है पर केडीए के अभिलेखों में जमीन प्रधिकरण की है फिर भी उसमें सिविल, उच्च,या सवौच्च न्यायालय में वाद पड़े हुये, जिनका निर्णय तो दूर सालों से चल रहे है।
हाईकोर्ट के वकील शामिल जमीनों को वापस लेने के लिए हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ताओं और राजस्व के विशेषज्ञों की मदद से इस मॉडल पर काम करने के अभियान की शुरुआत बुधवार देर रात से ही कर दी गई है। भूमाफिया की जालसाजी पकड़ने और इसका खुलासा करने के लिए नए मॉडल को लेकर उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने अधिवक्ताओं और अफसरों संग मैराथन बैठक की।
-मूल खतौनी से खुलेगा खेल
खतौनी से ये पता चल सकेगा कि पहले यह जमीनें केडीए के नाम पर थीं या नहीं। अगर थीं तो कैसे दूसरों के नाम पर हो गईं। दूसरों के नाम पर होने पर केडीए द्वारा आपत्ति भी लगाई जा सकेगी और फर्जीवाड़े का खुलासा भी हो सकेगा। मीटिंग में यह भी तय किया गया कि वर्षों से सिविल से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लंबित मामलों की अब नए सिरे से पैरवी की जाएगी। मीटिंग में आए सुझावों के बाद सचिव शत्रोहन वैश्य को वीसी ने निर्देश दिए कि जिला प्रशासन से फसली वर्ष 1348, 1356 एवं 1359 की मूल खतौनियों से संबंधित सारे रिकॉर्ड की सत्य प्रतिलिपि लें और स्कैन करके केडीए में सुरक्षित रखवाएं। जमीनों से संबंधित विवाद को सुलझाने में यह खतौनियां बहुत काम आएंगी। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम हर मामले का तथ्य जुटाएगी।