श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने से मिलता है मोक्ष:पं.सुरेश शरण शास्त्री
-भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन सुनकर श्रृद्धालुजन भक्ति रस में हुए भाव विभोर
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।जिला मुख्यालय गैस एजेंसी रोड बालाजी गेस्ट हाउस के निकट कृष्णा नगर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में श्रीधाम वृंदावन से पधारे कथा वाचक पंडित सुरेश शरण शास्त्री जी ने अपनी सरस वाणी में गुरुवार को भागवत कथा के पांचवें दिन भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन बेहद सुन्दर ढंग से किया।भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन सुनकर श्रृद्धालुजन भक्ति रस में भाव विभोर हो गए।कथा वाचक पंडित सुरेश शरण शास्त्री जी ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि नंद गांव में अन्नकूट पर्व मनाने की तैयारियां जोरों से हर्षोल्लास से चल रही थी,तभी भगवान श्रीकृष्ण ने मैया यशोदा से पूछा कि यह किसकी पूजा की तैयारियां चल रही है।मैया यशोदा ने बताया कि इंद्रदेव की पूजा की तैयारियां हो रही है। श्रीकृष्ण ने कहा कि इन्द्रदेव की पूजा करने की क्या जरूरत है।हमें तो गोवर्धन की पूजा करना चाहिए जिससे हमारी गाएं संरक्षित रहती हैं हमको दूध देती हैं, हष्ट पुष्ट बनाती हैं।मैया यशोदा ने कहा कि देवेंद्र नाराज हो सकते हैं, कुपित हो सकते हैं, कन्हैया ने कहा कुछ भी हो आप गोवर्धन की पूजा करें।इसको सुनकर सभी नंद गांववासियों ने गोवर्धन की पूजा का निश्चय किया और 56 प्रकार के भोग बनाकर गोवर्धन की पूजा की।कथा पाण्डाल में गोवर्धन पूजा के दौरान श्रद्धालु भक्त खूब झूमे नाचे। इस अवसर पर परीक्षित प्रभु दयाल चतुर्वेदी, अविनाश शुक्ला,बबलू,बाबा अर्जुन दास जी महाराज,सत्य भान मिश्रा,राजेश यादव,अंकित त्रिपाठी,लोकेश त्रिपाठी,संयम चतुर्वेदी सहित सैकड़ों श्रृद्धालु महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे।