बढ़ती सर्दी के साथ बढ़ा निमोनिया व कोरोना का खतरा
निमोनिया व कोरोना फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी:डा. सुरेश यादव
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।कोरोना के साथ आजकल सर्दी से जुड़ी बीमारियां भी बढ़ रही हैं। इसमें निमोनिया एक बड़ी समस्या बन कर उभरी है। सर्दी में जुकाम, खांसी और ज्यादा कफ बनना आम बात है, लेकिन यह स्थिति लम्बे समय तक बनी रही तो निमोनिया हो सकता है। कोरोना काल में यह काफी घातक भी साबित हो सकता है।बाल रोग विशेषज्ञ डा. सुरेश यादव ने बताया कि निमोनिया एक संक्रामक रोग है। इस स्थिति में फेफड़े में कफ इकट्ठा हो जाता है। शरीर में ज्यादा मात्रा में कफ बनना भी कई बार जानलेवा साबित हो जाता है। सर्दी में शिशुओं को निमोनिया का खतरा अधिक होता है।इसलिए इस मौसम में शिशुओं को ठंड से बचाना चाहिए। इससे बचाव के लिए पीसीवी का टीका बच्चे को लगवाना चाहिए।उन्होने बच्चों में निमोनिया के संकेतो के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सात दिनों से अधिक समय तक चलने वाली खांसी, हल्का बुखार, सिर दर्द, ठंड लगना या शरीर में दर्द, भूख की कमी, छाती या पसली का दर्द, सांस लेने में दिक्कत । उन्होने बताया कि छोटे बच्चों में निमोनिया के लक्षण बड़ों से अलग होते हैं, सांस लेने में तकलीफ होना, बच्चों का अधिक रोना, ठीक से दूध नहीं पीना एवं खाना नहीं खाना, उल्टी होना तथा निमोनिया के लक्षण गंभीर होने पर बच्चा बेहोश व सुस्त हो सकता है।*इनसेट*बचाव के लिए रखें इन चीजों का ध्यान पीसीवी टीका बच्चों को निमोनिया से बचाने में सहायक होता है। इसे तीन खुराकों में दिया जाता है तथा यह बच्चों को निमोनिया से बचाने में अहम् भूमिका अदा करता है। बच्चों की साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें, बच्चों के खान-पान का विशेष ख्याल रखें, छोटे बच्चों को मां का दूध अवश्य पिलाना चाहिए, यदि मां बीमार हो या बुखार हो बच्चों को दूध नहीं पिलाना चाहिए। रात में एक बार जरूर चेक कर लेना चाहिए कि बच्चे ने कपड़े भिगो तो नहीं दिए हैं। बच्चों को जब भी कोई समस्या हो तो एक बार डॉक्टर को जरूर दिखा लें, बिना किसी डॉक्टर के परामर्श के बच्चों को कोई दवा नहीं देनी चाहिए।