दो पालियों में टीईटी परीक्षा शहर के 76 सेंटरों मे हुई।
U- केंद्रों पर वीडियोग्राफी के जरिए रखी गयी कड़ी नजर।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दो पालियों में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 की परीक्षा देने पहुंचे। शहर के 76 केंद्रों में यह परीक्षा कराई हुई। केंद्रों में करीब 68 हजार अभ्यर्थी की व्यवस्था की गयी थी। सुबह 10 बजे से शुरू हुई परीक्षा में कड़ाके की ठंड के बीच अभ्यर्थी और उनके अभिभावक परीक्षा केंद्र के बाहर
सुबह से ही जुटने लगे थे। अभ्यर्थी कोरोना को देखते हुए दो घंटे पहले से केंद्र के बाहर जुटना शुरू हो गए थे।
-सभी केंद्रों पर हुआ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन शहर के सभी परीक्षा केंद्रों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया। इन सभी केंद्रों पर गेट पर सुरक्षा में लगे गार्ड अभ्यर्थियों का टेम्प्रेचर चेक करते दिखे। जिन अभ्यर्थियों का टेम्प्रेचर ज्यादा आ रहा था या जिसको सर्दी या जुकाम था उनको एक अलग कमरे में बैठा कर परीक्षा दिलाई जा रही है। प्रशासन की तरफ से एक दिन पहले ही कॉलेज में पुलिस ने भी अपना बंदोबस्त कर लिया था। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए सख्त हिदायत मिली थी। साथ ही यह भी कहा गया था कि जिन भी अभ्यर्थियों को बुखार, सर्दी या जुकाम हो उन्हें अलग कमरे में परीक्षा दिलाई जाए।
कोविड हेल्प डेस्क बनाई गई डीआईओएस सतीश तिवारी ने बताया, सभी परीक्षा केंद्रों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की गयी है। मास्क, थर्मल स्कैनर, ऑक्सीमीटर, सेनेटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दो दिन पहले ही परीक्षा केंद्रों को दे दिए गए थे। परीक्षा कार्य में लगे किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं रहेगा। केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक, सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट कैमरा रहित की-पैड वाला मोबाइल प्रयोग कर सकेंगे।
-प्रशासन का रहा कड़ा पहरा
प्रशासन की तरफ से शहर के सभी केंद्रों पर अभ्यर्थियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पूरी परीक्षा की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। पेपर लीक होने की वजह से यह सब किया जा रहा है।बता दें पेपर लीक होने के कारण 28 नवंबर को निरस्त होने के बाद यह दोबारा से नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए इस बार एसटीएफ और एलआईयू की टीमें लगाई गई हैं। अभ्यर्थियों को केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले तक ही प्रवेश मिला। उसके बाद किसी परिस्थिति में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।