पंचायत भवन पर 12 साल से कब्जा, सचिव ने दी नोटिस, दो दिन में खाली करने का अल्टीमेटम।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस घाटमपुर। तहसील क्षेत्र के पतारा विकासखंड में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है यहां पर बम्बूराहा ग्राम पंचायत स्थित पंचायत भवन में बीतें 12 वर्ष से एक परिवार कब्जा कर रह रहा था, परिवार ने पंचायत भवन के बहार छ्प्पर छा रख्खा था, जिंसके साथ ही अपने जानवर भी बांध रख्खें थे। जब गांव में बने पंचायत भवन ही कब्जामुक्त नही हुए तो अन्य जगहों पर अभियान इतना असर करेगा। पंचायत भवन में कब्जा होने के चलते पंचायत भवन में होने वाली बैठक गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में होती है। हालांकि सचिव ने नोटिस देकर दो दिन में पंचायत घर खाली करने का अल्टीमेटम दिया है।
पतारा विकासखंड के बम्बूराहा ग्राम पंचायत स्थित पंचायत भवन पर बीतें 12 वर्ष से गांव निवासी रामसेवक पुत्र विपाति कब्जाकर अपनी पत्नी व दो बेटियों के संग रह रहा था। रामसेवक ने पंचायत घर के बाहर छ्प्पर भी तान रख्खा है। जिंसके नीचे वह अपनी भैस बंधता है। इससे पहले रामसेवक को आवास योजना का लाभ भी मिल चुका है। जिसके बावजूद रामसेवक पंचायत घर मे काबिज है। दबंग होने के चलते गांव का कोई भी व्यक्ति खुलकर विरोध करने को तैयार नही है। इतना ही नही ग्राम पंचायत के द्वारा की जाने वाली बैठक गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में होती है। जिससे अधिकारियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वर्तमान ग्राम प्रधान के द्वारा उच्चाधिकारियों से लगातार मामले की शिकायत की गई तो, नतीजन रामसेवक को सचिव ने नोटिस जारी कर दो दिन में पंचायत भवन खाली करने का अल्टीमेटम दिया है।
- ग्राम प्रधान ने उच्चाधिकारियों को लिखा पत्र
ग्राम प्रधान शशि शुक्ला ने बताया कि रामसेवक को महामाया आवास योजना के अंतर्गत बीतें वर्ष 2011 में आवास का लाभ दिया गया था। जिंसके बावजूद रामसेवक ने पंचायत भवन पर ही कब्जा, कर रख्खा है, और परिसर में भैस बांधते है,जिंसके चलते ग्राम पंचायत भवन में होने वाली बैठक गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में करनी पड़ती है। बताया कि उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर पंचायत भवन कब्जामुक्त करवाने की मांग की है। मामले में घाटमपुर एसडीएम आयुष चौधरीं का कहना है, कि जानकारी मिली थी, पंचायत घर को कब्जामुक्त कराया जाएगा।