भागवत कथा 18 पुराणों मे से एक: सागर महाराज
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। जी.टी. रोड महाराजपुर स्थित आर.के. एजुकेशन सेन्टर में 10 जून से व्यास कथा सागर महाराज जी के मुख-वचनों से आरंभ श्रीमद भागवत कथा का शुक्रवार को हवन-पूजन के बाद समापन हुआ। इस अवसर पर विशाल भंडारा हुआ। जिसमें क्षेत्रीय लोगों के साथ-साथ नगर के गणमान्य विशिष्ट व्यक्तियों ने भी प्रसाद ग्रहण किया। सागर महाराज जी के प्रवचनानुसार भागवत पुराण हिंदुओं के 18 पुराणों में से एक है। इसे ही भागवत कथा माना गया है। इसमें भगवान कृष्ण को सभी देवों का देव मानते हुये रस भाव की भक्ति का निरूपण किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि जो भी व्यक्ति भक्ति-भाव से इस कथा का श्रवण करता है उसे इसी लोक में वैकुण्ठ के दर्शन होते हैं, प्रभु का आर्शीवाद प्राप्त होता है। इसलिए हिंदुओं में इस कथा के श्रवण का अत्यधिक महत्व है। कार्यक्रम में आर.के. यादव, रेशमा यादव, विनय यादव, आशीष, नेहा, किरण, करिश्मा, पूजा, ईशा भी मौजूद रहीं।
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