प्रारंभिक उपचार दे कर बचाई जा सकती है दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की जान - डॉ चंदन
U- कानपुर ऑर्थाेपेडिक एसोसिएशन ने मार्ग दुर्घटना को रोकने के लिए चलाया जागरूकता अभियान।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। राष्ट्रीय अस्थि एवं जोड दिवस (बोन एंड ज्वाइंट) डे हर वर्ष 4 अगस्त को मनाया जाता है। इसी क्रम में इंडियन ऑर्थाेपेडिक एसोसिएशन के दिशा निर्देश पर कानपुर ऑर्थाेपेडिक एसोसिएशन के सचिव डॉ चंदन कुमार ने हैलट अस्पताल के आर्थेापेडिक सभागर में एक प्रेसवार्ता का आयोजन कर दुर्घटनाओं में होने वाली मौतो को राकने के बारे में उपस्थित लोगो को बताया।
सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतो को रोकने के लिए वर्ष 2022 के इस दिवस के लिए इंडियन ऑर्थाेपेडिक एसोसिएशन ने अपनी थीम “ईच वन सेव वन” रखा है। इस थीम का मूल उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों को रोकने पर केंद्रित है। एसोसिएशन के सचिव डॉ चंदन कुमार ने बताया कि जैसा कि हम जानते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं में काफी संख्या में मृत्यु मरीज के अस्पताल पहुंचने से पहले हो जाती है। इनमें से कई मौतें ऐसी भी होती हैं जिनको आम नागरिकों, ट्राफिक पुलिस, ड्राइवर इत्यादि के द्वारा अगर प्रारंभिक उपचार मिल जाए तो उनकी जान बचाई जा सकती है। ऐसी ज्यादातर मौतें मेडिकल हेल्प पहुंचने के पहले ही हो जाती हैं। इसलिए इस क्रम में इंडियन ऑर्थाेपेडिक एसोसिएशन ने इस वर्ष 1 अगस्त से 7 अगस्त के बीच देशभर में 1.4 लाख लोगों को जिनमें की ड्राइवर, ट्रैफिक पुलिस, पैरामेडिकल स्टाफ और विद्यार्थी शामिल है, को फर्स्ट एड एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कानपुर ऑर्थाेपेडिक एसोसिएशन पूरी तन्मयता से 1 अगस्त से विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम चलाकर फर्स्ट एड एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण दे रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन्स और एचबीटीयू में टेनिंग दी जाा रही है जो सुबह 7ः30 से 8ः30 तक चलती है। इसके लिए उ0प्र0 के डीजीपी ने भी अपने आदेश में साफ कहा है कि ऐसे प्रशिक्षण प्राप्त होने से सडक दुर्घटनाओं में घायल होने वाले व्यक्ति को प्रारम्भिक उपचार देकर उसका जीवन बचाया जा सकता है। उन्होंने मीडिया से अनुरोध करते हुए कहा कि उपरोक्त संदेश का प्राचार प्रसार कर इंडियन ऑर्थाेपेडिक एसोसिएशन के इस मिशन को सफल बनाने में मदद करने की अपील की है। इस दौरान उपस्थित वरिष्ठ डॉक्टरों को सम्मानित किया गया जिनमे डॉ रोहित नाथ, डॉ प्रगनेश, डॉ सौरभ सेक्ससेना, डा0 ए.के. गुप्ता, डा0 जी.के.संगेर समेत पैरा मेडिकल स्टाफ व छात्र मौजूद रहे।
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