न्याय न मिला तो करेंगे आत्महत्या पुलिस प्रशासन होगा जिम्मेदार |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | आत्मा हीन पुलिस की संवेदनशीलता भी समाप्त हो चुकी है। इसीलिए एफआईआर दर्ज कर लेने के बाद भी कार्यवाही न करना समझ से परे प्रतीत होता है। इसी प्रकार के प्रकरण से त्रस्त खुशी यादव ने अपनी बडी बहन, नाबालिग छोटा भाई व वकील के साथ कानपुर प्रेसक्लब में वार्ता के दौरान सारि व्यथा बताई।उसक उसने बताया कि उसके माता-पिता दोनों की 6 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। उसके पिता की दो शादियां हुई थी।उसके सौतेले जीजा , उसके भाई व अन्य ने 5 महीने पहले गैंगरेप किया था, जिसकी रिपोर्ट दर्ज है व केस चल रहा है। आरोपी सर्वेश यादव, मोहित यादव, रूचि व शिल्पी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज है। गत 25 जून 22 को कोर्ट तारीख़ पर गई थी तो मुख्य आरोपी सर्वेश यादव अपने लड़के आर्यन यादव व अपने गुंडों से मेरा फोन छिनवा दिया यह सब सीसीटीवी में कैद हो गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी का नाम एफआईआर से हटा दिया है। मेरे उस मोबाइल में कई वीडियो मौजूद थे इसलिए उसे आरोपियों ने छिनवा दिया साथ ही धमकी दे रहे हैं कि अगर तुमने हम लोगों के विरुद्ध बोला तो पूरे घर को मार देंगे। ये लोग पुलिस को पैसों से भर देते हैं इसीलिए पुलिस कुछ नहीं कर रही है। अगर हमें न्याय न मिला तो हम आत्म हत्या कर लेंगे और इसकी जिम्मेदारी प्रसाशन और पुलिस की होगी।
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