लाइफ जाॅकेट पहनाकर ही दर्शनार्थियों को करायेंगे गंगा की सैर : गलेश निषाद |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस वाराणसी | समाज की एकता में हो रहे लापरवाही जिसके वजह से दिन-प्रतिदिन घटना दुर्घटना के प्रति लोगों को सजग करना एवं हमारी गंगा नाव किस तरह से संचालित हो जिससे हमलोग समाज को प्रशासन के सामने मजबूती से रख सके। हम जितने भी लोगों को नाव में सैर करायेंगें सबको लाइफ जैकेट को उपयोग करने के लिए बाध्य करेगे जनमानस की सुरक्षा के लिए जितने भी उचित नियम बनायेंगे सबका पालन करना एवं मजबूती से सबको पालन करवाना। किसी तरह का घटना दुर्घटना अथवा हादसा होने पर शासन द्वारा अथवा कोर्ट द्वारा निर्धारित नियम का पालन करना होगा। हम माझी समाज के लोगों ने यह तय किया है कि अब से हम लोग जो काम करेंगे शासन प्रशासन द्वारा बनाये गये नियमों का पालन करते हुए ज्ञात हो कि हमलोगो को नौकायन करना अथवा अपना धर्म एवं कर्म मानते थे जिसमे तहत नौका कराते समय अथवा घाटो पर नहाते लोगो एवं कभी भी किसी के द्वारा गंगा जी में कूद कर आत्महत्या प्रयास करने वाले लोगों को बचाना एवं डूब गये लोगो को अपने गोताखोरो द्वारा लाशों को निकालने में मदद करना था लेकिन इधर इतना मेहनत कर लोगो को बचाने के बाद भी प्रशासन ने लोगो द्वारा यह कहा जाना कि आप लोगो ने तो लोगो को डूबा ही दिया था। यह तो भगवान का शुक्र है कि लोग बच गये। हम लोग ने यह निश्चय किया है कि इन सभी कार्यों का जिम्मेदारी गोताखोरी, लोगो को बचाये एवं घाटों पर हो रहे घटना दुर्घटना की जिम्मेदारी शासन एवं प्रसाशन की होगी। इस मौके पर
गलेश निषाद, राकेशकुमार साझ बाबू आती शम्भू साहनी दशाश्वमे पाहू ल ज्यापु साहनी केदार घाट रामबाबू खानी जोनू साहनी आदि रहे |