सपा विधायक ने भाई सहित किया सरेंडर, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। जाजमऊ आगजनी के मामले में फरार सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी ने सरेंडर किया। शुक्रवार सुबह पुलिस कमिश्नर के आवास पर पहुंचकर दोनों ने सरेंडर किया है। इस दौरान उनका परिवार, विधायक अमिताभ बाजपेई, विधायक हसन रूमी आदि मौजूद रहे।इरफान सोलंकी और उनके भाई लगभग 30 दिन से फरार थे। पुलिस कमिश्नर के आवास पर जब इरफान सरेंडर करने पहुंचे, तो उनकी आंखों में आंसू थे। मीडिया के किसी भी सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया। मीडिया ने इरफान और रिजवान से पूछा कि आप इतने दिन कहां थे?
इस पर दोनों ही चुप्पी साधे रहे। उनके साथ पूरी फैमिली और सपा विधायक अमिताभ बाजपाई, नगर अध्यक्ष भी मौजूद हैं। आज कुर्की का नोटिस चस्पा होने से पहले ही इरफान ने सरेंडर कर दिया। विधायक और उनके भाई के खिलाफ यह कार्रवाई पड़ोसी महिला का घर फूंकने के आरोप में की जा रही है।
साढ़े तीन घंटे चली पूछताछ, मिले कई अहम सुराग पुलिस कमिश्नर आवास में सरेंडर के बाद दोनों से करीब साढ़े तीन घंटे पुलिस लाइन में पूछताछ चली। इसमें पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। बता दें कि सत्ता पक्ष के सांसद के हस्तक्षेप के बाद आज फरार विधायक और उनके भाई ने सरेंडर किया। पूछताछ के बाद पुलिस सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान को कोर्ट लेकर गई है। उनको एसीएमएम तीन की कोर्ट में पेश किया गया है। यहां सुनवाई के बाद उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सपा विधायक और उनके भाई के खिलाफ कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है।डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई ने आज सरेंडर कर दिया है। दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। साथ ही कोर्ट से उनके रिमांड की मांग की जाएगी।
बता दें कि मामले में विधायक के परिवार ने प्रेसवार्ता करके कई तथ्य सामने रखे थे। हालांकि प्लॉट में आगजनी के मामले में फोरेंसिक रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुआ था। घटनास्थल पर ज्वलनशील पदार्थ की पुष्टि हुई थी। पटाखे से आग लगने की पुष्टि नहीं हो सकी थी। ऐसे में फोरेंसिक रिपोर्ट भी साजिश की ओर इशारा कर रही थी।
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