छात्राओं ने टीबी मुक्त इटावा बनाने का लिया संकल्प
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस इटावा,टीबी यानि क्षय रोग के लक्षणों, जाँच और इलाज के बारे में जनमानस तक सही-सही जानकारी पहुँचाना बहुत जरूरी है l खासतौर से किशोर-किशोरियों को इस बीमारी के बारे में जानना बहुत आवश्यक है। राजकीय महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा टीबी के इलाज और बचाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी छात्राओं को दी गई।
टीबी लाइलाज बीमारी नहीं
जागरूकता कार्यक्रम में क्षय रोग विभाग जिला समन्वयक कंचन तिवारी ने छात्राओं को बताया कि टीबी का इलाज संभव है, यह कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। इसलिए कुछ सावधानी रखें व लक्षण दिखने पर जांच कराकर इलाज किया जाए तो क्षय रोग बिल्कुल ठीक हो सकता है।
उन्होंने बताया कि दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आए, लगातार बुखार बना रहे, लगातार वजन में कमी होना,भूख न लगना,बलगम में खून आना, सीने में दर्द यह सारे टीबी के प्रमुख लक्षण हो सकते हैं l इसलिए इस तरह के लक्षण नजर आयें तो जिला अस्पताल और क्षय रोग चिकित्सालय आकर जांच अवश्य करवाएं। कंचन ने सभी छात्राओं से कहा कि अपने आसपास रहने वाले लोगों में इस तरह के लक्षण देखें तो उन्हें टीबी की जांच कराने की सलाह तो दें ही साथ ही सामुदायिक स्तर पर हर छात्रा तीन लोगों को टीबी से संबंधित इलाज और बचाव करने के संदर्भ में जागरूक करें और टीबी मुक्त इटावा बनाने के लिए सहयोग प्रदान करें।
पीपीएम को-ऑर्डिनेटर निर्मल सिंह ने बताया कि क्षय रोग पूरी तरह से साध्य रोग है, जिसका पूरा कोर्स करने से रोगी पूरी तरह से स्वस्थ हो जाता है। क्षय रोग परीक्षण एवं उपचार की सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है l टीबी मरीजों को इलाज के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये प्रति माह दिए जा रहे हैं। उन्होंने छात्राओं से अपील की कि इस संदर्भ में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जानकारी पहुंचाई जाए जिससे लोग क्षय रोग के प्रति जागरूक बनें।
छात्राओं ने कार्यक्रम के अंत में टीबी मुक्त इटावा बनाने का संकल्प लेते हुए 'टीबी हारेगा देश जीतेगा' का नारा लगाया l कार्यक्रम के अंत में बीए की छात्रा शिखा त्रिपाठी ने कहा कि अपने आस-पास के लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करेंगे l बीए की छात्रा उजमा ने कहा कि आज के कार्यक्रम द्वारा मुझे जो भी जानकारी मिली उस जानकारी को अपने घर के सदस्यों के साथ तो साझा करूंगी लेकिन जो भी क्षय रोगी मेरे संपर्क में आएगा उससे सरकार द्वारा दिए जाने वाले इलाज और निक्षय पोषण योजना के बारे में भी बताऊंगी।
कार्यक्रम में राजकीय महिला महाविद्यालय प्राचार्य डॉ श्याम पाल सिंह व अन्य शिक्षणगण डॉ चंद्रप्रभा, डॉ, रमाकांत डॉ अनुपम, डॉ सपना, डॉ श्यामदेव ,डॉ डोली, डॉ रानी डॉ श्वेता और स्वास्थ्य विभाग से डीपीटीसी अनस व उदयवीर व योगेन्द्र भी उपस्थित रहे।
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