विवि के स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस में पाँच दिवसीय कार्यशाला का हुआ उद्घाटन।
U-डेटा का समयरोगियों के आंकड़े कम्प्यूटर पर रखने व डेटा का संकलन और अध्ययन जरूरी: प्रो. पाठक
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। मंगलवार को स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, प्रति-कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसिचव डॉ. अनिल कुमार यादव, मुख्य वक्ता डॉ. योगश मन्धयान, विभागाध्यक्ष, फिजियोथिरैपी, अपोलोमेडिक्स हास्पिटल, लखनऊ, संस्थान के निदेशक डॉ. दिग्विजय शर्मा, सह-निदेशक डॉ. मुनीश रस्तोगी एवं वरिष्ठ शिक्षिका डॉ. वर्षा प्रसाद ने पांच दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन के साथ किया।
कार्यशाला 21 से 25 फरवरी तक मुलीगन टेक्नीक, रोजमर्रा के जीवन में प्राकृतिक चिकित्सा एवं एक्यूप्र्रेशर का महत्व और स्वरोजगार, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, सूर्य नमस्कार का अभ्यास एवं इसका वैज्ञानिक तथा ऐतिहासिक पक्ष विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा आयोजित होगी। कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ. योगेश मन्धयान ने ‘‘मुलीगन टेक्नीक’’ विषय पर बताया कि न्यूजीलैण्ड में विकसित इस तकनीक में बिना दर्द के कंधे एवं कूल्हे के जोड़ को खोला जाता है। कार्यशाला जिसमें फिजियोथिरैपी के विद्यार्थीगण प्रतिभाग करेंगे।कुलपति श्री पाठक ने कहा कि समय डेटा का है। आप सब को अपने रोगियों के आंकड़े कम्प्यूटर पर रखने चाहिए और आपके क्षेत्र में विश्व में जो भी हो रहा है उनके डेटा का संकलन और अध्ययन करना चाहिए। मेडिकल के प्रत्येक छात्र-छात्राओं को कम्प्यूटर का ज्ञान अनिवार्य रूप से होना चाहिए तभी वह अपने क्षेत्र को नयी तकनीकि के साथ जोड़कर कुछ विशेष कर पाने में सक्षम होंगे। विवि के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि मेडिकल के छात्र-छात्राओं को प्राचीन जीवन पद्धति को अपनाना और इसके वैज्ञानिक पक्ष पर कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर संस्थान के शिक्षक चन्द्रशेखर कुमार, नेहा शुक्ला, डा0 राम किशोर, हिना वैश, डा0 आदर्श कुमार श्रीवास्तव, आकांक्षा बाजपेयी, डा0 सौमित्र महेन्द्र, डा0 अनामिका दीक्षित, आमेना जैदी आदि उपस्थित रहे।
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