गोपी जीव है तो कृष्ण हैं ब्रह्मा:सुदीप जी महाराज
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।आनंदेश्वर धाम आश्रम मानीमऊ ऋषि नगर मां दुर्गा सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित 21 कुण्डीय शतचण्डी महायज्ञ एवं श्रीमद भागवत महापुराण,रासलीला, रामलीला एवं सन्त महामहोत्सव के छठवां दिवस दिवस में मथुरा से पधारे पं.सुदीप जी महाराज ने सैकड़ों की संख्या में मौजूद भक्तों को गोपी जीव है।कृष्णा ब्रह्म है ब्रह्म और जीव के एकत्व ही महारास है। इसी श्रृंखला में रासलीला पर जीव और ब्रह्म के बीच का पर्दा है वह भागवत महापुराण के माध्यम से हटता कैसे है इसका विस्तार पूर्वक गो इंद्री पी परमात्मा यानी अपनी इंद्रियों को परमात्मा में समाहित कर देने का नाम गोपी है। गोपी एक साधारण स्त्री नहीं है, बल्कि भक्ति सम्प्रदाय की आचार्या है। अगर किसी व्यक्ति को भक्ति करना सीखना है तो गोपीकाओं से शिक्षा प्राप्त करना चाहिए क्योंकि गोपीकाओं के समान ना किसी ने भक्ति की है न कर पायेगा।अनुष्ठान के क्रम में यज्ञोपवीत संस्कार कराया गया। इसी के भगवान् के देवी रुक्मिणी के साथ विवाह संपन्न हुआ।कथा में राष्ट्रीय मठ मंदिर समन्वय समिति के अध्यक्ष श्री धाम आश्रम जाजमऊ कानपुर के संत अरुण पूरी,जय जय के कृपा पात्र पंडित अभय त्रिपाठी ने महामाई की आरती कराई एवं भागवत भूषण आचार्य पंडित सुबोध द्विवेदी कानपुर, राम त्रिपाठी, समाजसेवी विजय द्विवेदी, आचार्य नितिन तिवारी, आनंदेश्वर पीठाधीश्वर कौशल जी महाराज, समिति अध्यक्ष ठाकुर बलराम सिंह दाउ भय्या, मुख्य यजमान बृजकिशोर त्रिपाठी, सनातन धर्म सेवा संस्थान के अध्यक्ष रमेश चन्द्र शुक्ला, कोषाध्यक्ष प्रभात त्रिपाठी, दिलीप सैनी सहित सैकड़ों पुरूष व महिला भक्तों ने हिस्सा लिया।