बाल दिवस के अवसर पर संपन्न कराए रचनात्मक एवं शैक्षणिक कार्यक्रम
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर कानपुर। सीएसऐ के संसाधन प्रबंधन और उपभोक्ता विज्ञान विभाग द्वारा बाल दिवस के अवसर पर शैक्षणिक संस्थानों में रचनात्मक एवं शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यह पूरा कार्यक्रम विभाग की प्रभारी डॉ. रश्मि सिंह के मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बबीता और गीता देवी भी उपस्थित रहीं, साथ ही बी.एससी. की छात्राएँ शाज़िया खान, जागृति दास, मेहक और साधना राजभर ने सक्रिय भागीदारी की।
अनूपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय में रचनात्मक शिक्षा सत्र बाल दिवस के अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत अनूपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय से हुई, जहाँ छात्रों को कौशल आधारित गतिविधियाँ सिखाई गईं। सबसे पहले जागृति दास ने बच्चों को पुराने शादी के कार्ड से सुंदर लिफाफा बनाना सिखाया। उन्होंने बच्चों को बताया कि पुराने कार्ड को किस तरह सजाकर नया और आकर्षक लिफाफा तैयार किया जा सकता है। इसके बाद शाज़िया खान ने बच्चों को आलू की सहायता से ब्लॉक प्रिंटिंग और प्लास्टिक शीट द्वारा स्टेंसिलिंग करना सिखाया। उन्होंने बताया कि यदि बड़ी मात्रा में काम करना हो तो लकड़ी के ब्लॉक खरीदकर बेहतर डिजाइन तैयार किए जा सकते हैं।
इसके पश्चात साधना राजभार और मेहक ने बच्चों को जूट की रस्सी से सजावटी वस्तुएँ तथा न्यूज़पेपर क्विलिंग से उपयोगी सामग्रियाँ तैयार करना सिखाया। पूरा सत्र बेहद इंटरएक्टिव और बच्चों के लिए मनोरंजक रहा। इस दौरान विभाग की प्रभारी डॉ. रश्मि सिंह ने स्वयं बच्चों से संवाद किया और उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ खेल एवं क्राफ्ट गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को स्वच्छता के महत्व के बारे में भी बताया - जैसे नियमित ब्रश करना, नहाना और नाखून काटना आदि।
परगही बांगर , कल्याणपुर आंगनवाड़ी केंद्र में बाल दिवस उत्सव - इसके बाद टीम परगही बांगर , कल्याणपुर स्थित आंगनवाड़ी केंद्र पहुँची। यहाँ कार्यक्रम में डॉ. अर्चना सिंह और डॉ. एकता भी मौजूद रहीं। आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को गेंदें और बिस्किट वितरित किए गए। बच्चों ने उत्साहपूर्वक कविताएँ सुनाईं और जागृति ने उन्हें नई कविता भी सिखाई। पूरा कार्यक्रम हर्षोल्लास और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। बच्चों ने गतिविधियों का भरपूर आनंद लिया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए सीखने और खेलने का माध्यम बना, बल्कि उन्हें रचनात्मकता, स्वच्छता और आत्मविश्वास की दिशा में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित भी किया। विभाग की पूरी टीम के प्रयासों से यह दिवस बच्चों के लिए यादगार बन गया