विश्व एड्स दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली
U-डर नहीं जागरूकता ही एड्स से लड़ने की सबसे बड़ी ताकत : डीएम
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जनपद में जागरूकता रैली, गोष्ठी एवं हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी, लखनऊ के दिशा-निर्देशों के क्रम में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने की। गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि एचआईवी एड्स आज भी समाज के सामने एक चुनौती है, लेकिन यह चुनौती डर से नहीं, जागरूकता से जीती जा सकती है। समय पर जांच, सही उपचार और सकारात्मक सोच से व्यक्ति स्वस्थ और सम्मानजनक जीवन जी सकता है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से जुड़े भेदभाव को समाप्त करना सबसे बड़ी जरूरत है। एचआईवी से संबंधित किसी भी जानकारी, जांच और परामर्श के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1097 पर संपर्क किया जा सकता है।इस दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित समस्त लक्षित हस्तक्षेप परियोजनाओं के कार्यक्रम प्रबंधकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और आमजन को एचआईवी एवं एड्स के प्रति लगातार जागरूक करने के निर्देश दिए। इस वर्ष विश्व एड्स दिवस की थीम “बाधाएं दरकिनार, एचआईवी पर सशक्त प्रहार” रही। मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला क्षयरोग अधिकारी ने कार्यक्रम की अद्यतन प्रगति आख्या पर भी चर्चा की। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरिदत्त नेमी, जिला क्षयरोग अधिकारी डा. सुबोध प्रकाश, आईसीटीसी, पीपीटीसीटी, एआरटी, एसएसके के काउंसलर, प्रभारी डा. रिचा बाजपेयी, टीआई एनजीओ के प्रतिनिधि अनिल कुमार मिश्रा, सुमित्रा, मनोज सिंह कार्तिक, पंकज पाल, चित्रांशू, तौकीर अहमद वारसी, संजय कुमारी श्रमिक भारती के साथ-साथ क्राइस्ट चर्च एवं डीएवी कॉलेज के एनएसएस व एनसीसी के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रूचि यादव सह प्रभारी एचआईवी कार्यक्रम द्वारा किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम प्रभारी नीरज शुक्ला, सुधीर कुमार यादव, शमसुद्दीन शेख, प्रेम शंकर एवं नियाज अहमद का योगदान सराहनीय रहा।