राज्य स्तरीय टीम ने गाँव-गाँव जाकर एसीएफ अभियान का किया निरीक्षण
- घर पर आने वाली टीम के कार्य में सहयोग करें, डरें नहीं :डीटीओ
-अब तक लगभग 1.67 लाख आबादी की हुई स्क्रीनिंग ,
12 जनवरी तक चलेगा सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान
प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज/फर्रुखाबाद संवाददाता।समाज को क्षय रोग यानि टीबी की बीमारी से मुक्त बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत जनपद में गत 2 जनवरी से 12 जनवरी तक सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान (एसीएफ) चलाया जा रहा है | अभियान के सफल संचालन एवं लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत आबादी तक विभाग की पहुँच को सुनिश्चित करने हेतु विभाग की जिला एवं ब्लॉक स्तरीय टीमों द्वारा गांवों का नियमित भ्रमण किया जा रहा है |
इसी क्रम में बुधवार को राज्य से आये असिस्टेंट प्रोग्राम आफीसर बनवारी लाल ने एनटीईपी के जिला समन्वयक सौरभ तिवारी के साथ कमालगंज ब्लॉक के गाँव भोजपुर, नई बस्ती, कंथरिया और टीबी यूनिट सिविल अस्पताल लिंजीगंज के मोहल्ला इस्माइलगंज का भ्रमण कर एसीएफ अभियान का गहनता से निरीक्षण किया | टीम ने टीबी मरीजो के घर जाकर उनका सत्यापन किया और ग्रामीणों से सरकार द्वारा टीबी के मरीजो को दी जा रही समस्त सुविधाओं तथा बीमारी से बचाव के उपाय बताये | निरीक्षण में पाया गया कि टीमें बनाये गये माइक्रोप्लान के अनुसार चल रही हैं तथा प्रशिक्षित कर्मी ही उक्त कार्य में लगाये गये है |इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा ने बताया कि विभाग द्वारा बनाई गई 148 टीमें जिनमें लगभग 444 स्वास्थ्य कार्यकर्ता और 30 सुपरवाईजर हैं, द्वारा जनपद की 20 प्रतिशत जनसंख्या को इस अभियान के दौरान कवर किया जायेगा | साथ ही कहा कि प्रथमदृष्टया लक्षण नजर आने वाले व्यक्तियों के बलगम की जांच के दौरान टीबी पॉजिटिव पाए गए मरीजों का विभाग द्वारा त्वरित उपचार भी शुरू कर दिया गया है |उन्होंने बताया कि अभियान में विभाग द्वारा अब तक चार दिनों में 1.67 लाख की आबादी में गठित टीमों द्वारा भ्रमण कर आबादी की स्क्रीनिंग व जाँच की गई | टीम द्वारा किये जा रहे क्षेत्र भ्रमण में लोगों की स्क्रीनिंग व पूछ-ताछ के दौरान संभावित पाए गये 308 लोगों के बलगम की जाँच करायी गयी, जिसमें से अभी तक कुल 18 मरीज पाये गये |साथ ही कहा लोगों को अब भी जागरूक होने की जरूरत है, लोग अपना बलगम जाँच के लिए नहीं दे रहे है | उनको डर लग रहा है कि उनकी कोरोना जाँच की जा रही है| लोगों में डर बैठा है कि उनको जबरन कोरोना से ग्रसित बना दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है, आप लोग डरें नहीं ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है, यह तो आपकी सेहत की सुरक्षा के लिए है | जिला कार्यक्रम समन्वयक सौरभ तिवारी ने बताया कि अभियान के दौरान स्लम एरिया, दुर्गम क्षेत्र, कुपोषित आबादी, सघन आबादी, ईंट-भटटा तथा हाई रिस्क ग्रुप को विशेष रूप से शामिल किया गया है | संभावित लोगों का बलगम एकत्र कर टीम के सदस्यों द्वारा नजदीकी केन्द्र पर जांच हेतु भेज दिया जाता है | टीबी पॉजिटिव होने पर उनका विभाग द्वारा इलाज आरम्भ कर दिया जाता है | इस दौरान कमालगंज टीबी यूनिट से एसटीएस राजेश और टीम मौजूद रही |