साधना से आत्म प्रकाश होता है, उत्पन्न - स्वामी गंगेशानन्द
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। ब्रह्रा ज्ञान से मोक्ष प्राप्त हो जायेगा है यह. बात स्वामी गंगेशानन्द ने कही मौका था माधव मिशन एवं चिन्मय मिशन के संयुक्त तत्वावधान में ब्रह्मासूत्र प्रवचन सत्र का | आगे कहाँ कि भगवान शंकराचार्य ने कहाँ था कि ब्रह्रा ज्ञान से मोक्ष प्राप्त हो जायेगा | क्योंकि चेतन का बंधन कभी जड़ से नहीं हुआ है परन्तु भाषित होता है | आत्मा और शरीर का बंधन मिथ्या है, क्योंकि यह कभी हुआ ही नहीं परंतु भाषित होता है | साधना से आत्म प्रकाश उत्पन्न हो जाता है और आत्मा बंधन मुक्त हो जाती है |, इस दौरान डॉ0 योगेन्द्र सिंह नेत्र सर्जन ने पृश्र किया कि वेदो में मूर्ति पूजा खंडन है क्या? के जवाब में स्वामी ने बताया कि भगवान की मूर्तियां ब्रह्म तक पहुंचने का माध्यम हैं,अत; वेदों में मूर्ति पूजन का खंडन नहीं है |आत्म प्रकाश उत्पन्न हो जाता है | और आत्मा बंधन मूक्त हो जाती है | जो बंधन है वह मिथ्या है हांलाकि नैसर्गिक है,परंतु ज्ञान के अस्त्र के प्रयोग से कट जाते हैं कार्यक्रम का |डाॅ0 विजया माधव संस्थापिका माधव मिशन द्वारा आई हाॅस्पिटल स्थित हाल में जी टी रोड कौशल पुरी में किया गया | प्रवचन समाप्त होने के पश्चात प्रसाद का वितरण किया गया |श्री मती सर्वेश, साधना डाॅ0 दीपा प्रधान, डॉ 0 के एस गुप्ता, आर के त्रिवेदी , पुनीता गौर गंगा राम, ओमप्रकाश यादव आदि रहे।
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