माह के अंतिम आरोग्य मेले में हुआ 6515 मरीजों का परीक्षण
42 ग्रामीण और 50 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आरोग्य मेला आयोजित
कुल 573 गोल्डन कार्ड बनाये गये
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर नगर , 28 फरवरी 2021कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रविवार को फरवरी माह के अंतिम मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया| अपर निदेशक , चिकित्सा एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल डॉ जी के मिश्रा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार मिश्रा द्वारा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित आरोग्य मेले का निरीक्षण किया गया तथा आवश्यक निर्देश दिये गए। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एके सिंह द्वारा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कैंट तथा बिरहाना रोड का निरीक्षण किया गया।डाॅ सिंह ने उपस्थित एएनएम, आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं से कहा कि जन समुदाय तक हर रविवार को आयोजित होने वाले आरोग्य मेले का सन्देश पहुंचाएं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें |आरोग्य मेले का मुख्य उद्देश्य रविवार को लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाना है क्योंकि अक्सर लोग कामकाज की वजह से अस्पताल नहीं जा पाते हैं| इसलिए रविवार के दिन वंचित वर्ग के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ओपीडी की सुविधा उपलब्ध रहे और लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचें |
जनपद के 42 ग्रामीण और 50 नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित मेलों में बड़ी संख्या में मरीज आए। अपर मुख्य चिकित्साधीकारी एसकेे सिंह द्वारा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोपाल नगर का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया गया। पंजीकरण के बाद मरीज संबंधित डॉक्टरों के काउंटर पर पहुंचे। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने भी मेले में स्टॉल लगाकर गर्भवती को पोषक खाद्य पदार्थों के विषय में जानकारी दी। इस दौरान 212 चिकित्सक तथा 539 पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा कुल 6515 मरीजों का पंजीकरण करते हुए स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यक जाँचें की गयीं तथा 154 मरीजों को सन्दर्भित किया गया।
जनपद के अन्य अधिकारियों द्वारा भी अपने अपने क्षेत्र में आयोजित होने वाले मेले का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया गया।
आंकड़े आरोग्य मेले के दौरान 151 लोगों के लीवर रोग का, 431 लोगों के श्वास रोग का, 584 लोगों के गैस्ट्रो रोग का , 1261 लोगों के चर्म रोग का , 23 क्षय रोगियों का और 191 लोगों में डायिबटीज चेकअप किया गया| इस दौरान 961 लोगों की कोविड जाँच हुई और 573 गोल्डन कार्ड बनाये गये| साथ ही 433 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचे करी गई| सभी मरीजों को उनके मर्ज़ के अनुसार चिकित्सीय परामर्श एवं दवाएं दी गईं|