रेप पीड़िता ने पुलिस पर आरोपी से साठगांठ करने पर की वार्ता।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। समाज में हर तरफ़ रसूखदार लोगों की ही चलती है, पुलिस भी इन्हीं के हाथ बिक जाती है। इन्हीं कारनामों से परेशान हो कर वैष्णवी उर्फ पलक ने प्रेसक्लब में अपनी मां के साथ एक वार्ता की जिसमें बताया कि वह 14 वर्षीय है, 31 अगस्त, को अपनी मौसी दीपा के घर दोपहर 1 बजे जाते समय तभी रास्ते में पंकज पुत्र कुंवर पाल निवासी राजकीय उन्नयन बस्ती बिठूर रोड, एस पी एम हॉस्पिटल के पास कार लेकर आया और मुझे घुमाने के बहाने बहला फुसला कर बुद्धापर्क के सामने ले गया , फिर जीटी रोड से लखनऊ ले गया। रास्ते में अंधेरा होने पर कार रोक कर डरा धमकाकर बलात्कार किया, फोन छीन लिया। रात लगभग 1 बजे कल्याणपुर अपने रिश्तेदार के यहाँ लाया जहां उसकी मां, सरोजिनी, पिता कुंअर पाल आदि मौजूद थे, उन सभी ने डराया धमकाया कि डाक्टरी मत कराना , अपनी मां के खिलाफ बयान देना।
मां ने कल्याण पुर थाने में अपहरण का मामला दर्ज कर दिया था। आरोपियों से मिलकर पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की बल्कि एक लिखे हुए कागज पर हस्ताक्षर करा लिया। डॉक्टरी के लिए महिला डॉक्टर से न कराके पुरूष डॉक्टर से, डॉक्टरों ने एक लिखा कागज़ दिया कि मैं अपनी डॉक्टरी नहीं कराना चाहती। यही लाइन फॉर्म में लिखने को कहा गया।
आरोपियों से मिलकर मुझे व मां के बयान नहीं होने दे रहे हैं इस कारण न्याय नहीं मिल पा रहा है, थाना कल्याणपुर से 4 सितंबर को मुख्य आरोपी पंकज को छोड़ दिया गया। नाबालिग के साथ घटना की जाँच कर न्याय दिलाया जाय व आरोपियों को सज़ा दिलाई जाय।