छात्र, छात्राओं के मध्य कराई विभिन्न प्रतियोगिताएं विजेताओं का बढ़ावा हौंसला
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | सीएसए के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चयनित गांव अनूपपुर के संविलियन विद्यालय में बच्चों के मध्य विभिन्न प्रतियोगिताएं कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रतियोगिताएं छात्रों को जीवन की वास्तविकताओं से अवगत कराती हैं और उन्हें समूह में काम करने तथा सामाजिक रूप से बेहतर बनाने में मदद करती हैं। छात्रों के लिए प्रतियोगिताओं में भाग लेने के कई फायदे हैं, जैसे: आत्मविश्वास और मनोबल में वृद्धि, नई प्रतिभाओं की पहचान और विकास, बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरणा, जीवन के लिए आवश्यक कौशल जैसे अनुशासन और समय प्रबंधन का विकास, तथा भविष्य में करियर के अवसर प्राप्त करना। यह छात्रों को समूह में काम करने और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करता है। उक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए कृषि विज्ञान कानपुर देहात द्वारा कुलाधिपति व राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदी बेन पटेल के निर्देशानुसार व कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह के मार्गदर्शन के क्रम में गांव अनूपपुर के संविलियन विद्यालय में चित्रकला, निबंध लेखन, व कहानी सुनना/ लेखन प्रतियोगिता आयोजित की। प्रतियोगिता कक्षा समूह वार 3-5 यानी प्राथमिक समूह व 6-8 यानी जूनियर समूह में आयोजित की गयी। कहानी सुनाने में जूनियर ग्रुप में अंजली, गौरव व शालू क्रमशः प्रथम द्वितीय, व तृतीय रहे वंही निबंध में कुंदन, शिवा व रोशन प्रथम, द्वितीय तृतीय स्थानों पर कब्जा किये। चित्रकला में महिला सिपाही को सीमा पर दर्शा कर रिया कमल ने प्रथम तो काजल ने कचरा प्रबंधन द्वारा द्वितीय व आलोक ने स्वच्छ भारत की तस्वीर दिखा तृतीय स्थान पर अपने को काबिज किया। प्राथमिक समूह में निबंध में आर्यन, प्रशांत, खुशबु तो कहानी में गुल, सान्या, सुनैना व चित्रकला में माही, श्याम सुंदर व वैष्णवी क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवम तृतीय स्थान पाये। प्रतियोगिता की थीम, महिला सशक्तिकरण , पर्यावरण, दहेज प्रथा व विकसित भारत थे। कार्यक्रम में केंद्र के वैज्ञानिक प्रसार डॉक्टर राजेश राय, डॉक्टर खलील खान,डॉ अरुण सिंह, डॉ शशिकांत,डॉक्टर निमिषा अवस्थी, शुभम यादव के साथ संविलियन विद्यालय की प्रधानाचार्य गीता देवी, सहायक शिक्षिका सुषमा रीना ने सफलतापूर्वक संपन्न कराया। कार्यक्रम। कार्यक्रम के अंत में सभी विजेता बच्चो को पुरस्कार दे उनका हौसला बढ़ाया गया। कार्यक्रम के बारे में बोलते विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने ने कहा कि ऐसे अवसर बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रेरित करते हैं साथ ही उनमें आत्मविश्वास भरते हैं।
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