सुनाई 12 ज्योतिर्लिंगों की कथा
अनुराग तिवारी संवाददाता
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस बांदा/ तिंदवारी ।कस्बे के रामनगर स्थित संकट मोचन मंदिर प्रांगण में चौदह मार्च से आयोजित 11 दिवसीय श्री शिव महापुराण ज्ञान यज्ञ कथा के अंतिम दिवस आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर श्रद्धालु भावविभोर होकर भक्तिमई संगीत के मध्य खूब नाचे और ज्ञान, भक्ति की गंगा में डुबकी लगाई।
समाज, राज्य व राष्ट्र की उन्नति तथा मानव कल्याण की कामना को लेकर रामनगर के नवयुवक समाज द्वारा आयोजित गुप्त श्री शिव महापुराण ज्ञान कथा व्यास स्वामी विष्णु देवानंद, आनंद आश्रम ने 12 ज्योतिर्लिंगों की कथा सुनाई। कहा कि कथा सुनने तथा प्रसाद मात्र से देवत्व की प्राप्ति होती है। संत समाज की सेवा को श्रेष्ठ बताते हुए दीन हीन की सेवा का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शंकर जी को संघार का देवता कहा जाता है। शंकर जी सौम्य आकृति एवं रौद्र रूप दोनों के लिए विख्यात हैं। शिव अनादि तथा सृष्टि प्रक्रिया के आदि स्रोत हैं और यह महाकाल ही ज्योतिष शास्त्र के आधार हैं। शिव का अर्थ यद्यपि कल्याणकारी माना गया है। शिव सभी को समान दृष्टि से देखते हैं इसलिए उन्हें महाकाल कहा जाता है। संपूर्ण सृष्टि शिव में है। मनुष्य अपने अपने कर्मानुसार फल पाते हैं अर्थात स्वस्थ बुद्धि वालों को वृष्टि, जल, अन्न आदि भगवान शिव प्रदान करते हैं और दुर्बुद्धि वालों को व्याधि, दुख एवं मृत्यु आदि का विधान भी शिवजी करते हैं।
इस अवसर पर भाजपा जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी, चेयरमैन प्रतिनिधि भूरेलाल फौजी, रजनीश गुप्ता मंडल अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग मोर्चा, सुनील द्विवेदी, सुशील विश्वकर्मा, रजनीश द्विवेदी, बबलू यादव, उमाशंकर यादव, पप्पू यादव, राम सुफल कोटार्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।