आओ मेरी सखियों मुझे मेहंदी लगा दो,मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता। गैस एजेंसी रोड बालाजी गेस्ट हाउस के पीछे चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन आचार्य सुरेश शास्त्री महाराज श्री धाम वृंदावन मथुरा ने श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया। श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कृष्ण विवाह को एकाग्रता से सुना और मंत्रमुग्ध हो गए।श्री कृष्ण रुक्मणी का वेश धारण किए बाल कलाकारों पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।श्रद्धालुओं व व्यास जी ने स्वयं विवाह मंगल गीत आओ मेरी सखियों मुझे मेहंदी लगा दो मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो आदि गीत गाये।कथा के मुख्य यजमान प्रभु दयाल चतुर्वेदी सहित सैकड़ों श्रद्धालु हर्षित हुये।आचार्य श्री ने कहा कि रुकमणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी।रुकमणी ने देव ऋषि नारद के मुख से जब श्री कृष्ण के रूप सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी तो उन्होंने मन ही मन श्री कृष्ण से विवाह करने का निश्चय किया लेकिन रुक्मणि का भाई कृष्ण स शत्रुता रखता था इसलिए उसने दूसरी जगह रुक्मणि का विवाह तय कर दिया।तब रुक्मणि ने श्री कृष्ण के पास अपना संदेश भिजवाया।तब द्वारिकाधीश ने पहुँच कर रुक्मिणी से विवाह रचाया।इस दौरान श्याम सुंदर शास्त्री, दीपक कुमार मोहन श्याम, जगदीश,विष्णु,लेखराज, सत्यवान मिश्रा,लोकेश तिवारी, राजेश दुबे,पवन दुबे सहित सैकड़ों श्रद्धालु महिला-पुरुष मौजूद रहे।