अपनी इच्छाओं को मार डालना ही मुक्ति है: दीपक महाराज।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | श्राद्ध पक्ष के उपलक्ष्य में 11 से 17 सितंबर तक श्री राम मानस मंदिर निराला नगर में निशंक फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा मे कथा व्यास पं दीपक कृष्ण महाराज ने आज श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस की कथा में बताया कि जो व्यक्ति जीते जी अपनी इच्छा को समाप्त कर लेता है वह एस संसार से मुक्त हो जाता है ऐसे बहुत से परिवार हैं जिन्होनें श्राद्ध व पिंडदान कभी नहीं किया और यदि वे करना भी चाहें तो उन्हें उसका सही तरीका नहीं पता। ऐसे लोगों के लिए पूज्य महाराज ने कहा- यदि आप अपने पितरों के नाम से कुछ ना कर सकें, तो इन 16 दिनों में हर दिन उन्हें याद तो अवश्य करें, उन्हें नमन करें, उनके नाम का तिल का दीपक जलाएं। पितरों को तिल बहुत प्रिय है। भगवान श्री नारायण के अंग से तिल उत्पन्न हुए हैं। कथा के मध्य पूज्य महाराज श्री ने उन भक्तों का विशेष मार्गदर्शन किया जो अपने जीवन में पितृ कल्याण अवश्य चाहते हैं, महाराज श्री द्वारा भक्तों को बताया गया कि कैसे अपने पितृ कल्याण किया जा सकता, जिससे मनुष्य कैसे बार-बार जन्म व मृत्यु के चक्र से मुक्त हो सकता है। आज के समय में ज्यादातर बच्चे मॉर्डन शिक्षा हासिल कर रहे हैं जिन्हें लेकर पूज्य महाराज ने उनके माता-पिता को संदेश दिया- मॉर्डन एजुकेशन हमारे बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रही हैं, मॉर्डन एजुकेशन हमारे बच्चों को संस्कार विहीन बना रही है इसलिए हमारे बच्चों को संस्कार हमें स्वयं ही देने होंगे। अगर हम उन्हें संस्कार देंगें तो वो बच्चे संस्कारी बनेंगें क्युंकि वो भारत की धरती पर पैदा हो रहे हैं। पूज्य महाराज ने सभी सनातनियों से विनम्र आग्रह किया जो लोग अपने घरों में नशे के पदार्थ रखते हैं, पूज्य महाराज श्री ने उन लोगों के ऐसा करने के अंजाम के बारे में भी बताया, जिससे वो अपने जीवन में अनेकों विपरीत परिस्थितियों का सामना करने से बच सकते हैं। पितृ पक्ष में वशंज ब्राह्मण देवताओं को भोजन कराते हैं जिन्हें लेकर पूज्य महाराज ने भक्तों को अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी दी और बताया कि किन ब्राह्मण देवताओं को आप भोजन कराएं। कथा के तृतीय दिवस पर सभी भक्तगणों ने वामन अवतार की कथा श्रवण की। इस मौके पर विवेक बाजपेई, सरस बाजपेई, अशोक दीक्षित, राजा शुक्ला, मनोज आदि रहे।
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