ग्रामीण पृष्ठभूमि के महाविद्यालय में सेमिनार का आयोजन अत्यंत प्रशंसनीयः प्रोफे.यशवंत राव
“युग युगीन कन्नौज का ऐतिहासिक मूल्यांकन“ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार संपन्न
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ आलोक प्रजापति
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।भारतीय अनुसंधान परिषद भारत सरकार द्वारा प्रायोजित “युग युगीन कन्नौज का ऐतिहासिक मूल्यांकन“ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। शनिवार को क्षेत्र के अनौगी स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय में “युग युगीन कन्नौज का ऐतिहासिक मूल्यांकन“ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। सेमिनार में दूर दूर से आये अतिथियों का स्वागत करते कार्यक्रम का प्रारंभ महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर डॉ सुशील कुमार शाक्य ने सेमिनार और महाविद्यालय की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कन्नौज जनपद के इस प्रथम राज्य के महाविद्यालय में आयोजित होने वाला दूसरा राष्ट्रीय सेमिनार है। जिसमें कन्नौज के विषय पर एकेडमिक चर्चा प्रस्तावित है। सेमिनार संयोजक डॉ संजय कुमार सिंह ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि यह सेमिनार कन्नौज के अतीत और वर्तमान के संबंध में चिंतन करने हेतु आयोजित हुआ है। जो हमारे गौरवशाली इतिहास को वर्तमान से जोड़ता है। मुख्य अतिथि डॉ ओम जी उपाध्याय निदेशक भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद ने अपने वक्तव्य में कन्नौज की ऐतिहासिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया की सुगंध का इतिहास कन्नौज से जुड़ा हुआ है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर यशवंत राव ने कहा की ग्रामीण पृष्ठभूमि के महाविद्यालय में सेमिनार का आयोजन अत्यंत प्रशंसनीय है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी प्रोफेसर रिपुदमन सिंह ने सेमिनार आयोजन के लिए महाविद्यालय के प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन शोध का मार्ग प्रशस्त करते है।सहायक निदेशक उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश प्रोफेसर बी एल शर्मा ने कहा की कन्नौज की भूमि हमेशा से ही महत्वपूर्ण रही है।महाराज हर्षवर्धन के काल से ही इतिहास रहा।इस दौरान कई महाविद्यालय के प्राचार्य व शिक्षकगण मौजूद रहे।