आईआईटी ने छात्रों के लिए आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के साथ की साझेदारी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर आईआईटीके ने छात्रों के बीच मानसिक सुदृढ़ता, तनाव प्रबंधन और व्यक्तिगत विकास को बढ़ाने पर केंद्रित एक समग्र कल्याण कार्यक्रम शुरू करने के लिए द आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को शैक्षणिक और व्यक्तिगत चुनौतियों का अधिक आसानी से सामना करने में सहायता करना है।
इस समझौता ज्ञापन पर प्रोफेसर प्रतीक सेन, डीन ऑफ स्टूडेंट्स अफेयर्स, आईआईटी कानपुर और आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के निदेशक राजेश जगासिया ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर आईआईटी कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स डॉ. महेश गुप्ता, आईआईटी कानपुर के एसोसिएट डीन ऑफ स्टूडेंट्स अफेयर्स प्रोफेसर ताजदारुल हसन सैयद, आईआईटी कानपुर की परियोजना कार्यकारी अधिकारी स्वेता कुमार, आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थागत कार्यक्रम निदेशक राजीव पद्मनाभन नांबियार, उत्तर प्रदेश से एओएल के शीर्ष निकाय के सदस्य कर्ण गर्ग, एओएल के संकाय सदस्य अर्चित सक्सेना और दीप गर्ग मौजूद थे। इस सहयोग के हिस्से के रूप में, आईआईटी कानपुर में विशेष सत्र आयोजित करेगा जिसमें ध्यान, श्वास तकनीक और माइंडफुलनेस अभ्यासों को एकीकृत किया जाएगा ताकि फोकस, भावनात्मक स्थिरता और समग्र मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाया जा सके। कार्यक्रम में के अनुभवी प्रशिक्षकों के नेतृत्व में इंटरैक्टिव सत्र, समूह गतिविधियाँ और निर्देशित ध्यान कार्यक्रम शामिल होंगे। पहल का पहला चरण आईआईटी कानपुर में इच्छुक छात्रों के लिए मार्च के अंतिम सप्ताह में शुरू होने वाला है, जिसमें स्थायी प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए निरंतर जुड़ाव की योजना है।