सदर विधायक मेजर सुनील दत्त ने लोहिया अस्पताल में लगवाई दूसरी डोज
सुरक्षित जीवन के लिए टीकाकरण जरूरीः मेजर सुनील दत्त
हमेशा मास्क लगाएं और कोरोना को हराएं
अब तक जिले में 79 हजार 867 लोग लगवा चुके हैं टीका
पहले दिन 2,787 तो दूसरे दिन 4,443 लोगों ने टीका लगवा पहना सुरक्षा कवच
92 बूथों के माध्यम से लगाये गए 4378लोगों को टीका
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस फर्रुखाबाद 13 अप्रैल 2021
कोरोना टीकाकरण व सावधानी से ही संक्रमण को काबू किया जा सकता है। इसी के तहत कोरोना टीका उत्सव के तीसरे दिन यानि मंगलवार को जिले भर में --- 92केन्द्रों पर 45 साल से अधिक उम्र के2697 लोगों को पहली तो.1681लोगों कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई।
इसी क्रम में मंगलवार को डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष में सदर विधायक मेजर सुनील दत्त ने दूसरी डोज लगवा कर खुद को सुरक्षित किया |
टीका लगवाने के बाद मेजर ने कहा कि अगर जीवन की सुरक्षा चाहते हो तभी सभी को इस अभियान को टीका लगवा कर सफल बनाना है |
अप्रैल माह में जिले में कोरोना की बढ़ती रफ्तार से बचाव के लिए वैक्सीनेशन पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। लोगों के मन में वैक्सीनेशन को लेकर कोई भ्रांति न रहे इसको लेकर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा ने कहा कि जिले में कोरोना टीकाकरण का सकारात्मक प्रभाव मिल रहा है। जिले में अब तक लगभग 79 हजार 867 लोग कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं । जिनमें से 67,210 लोगों को पहली डोज तो 12,657 लोगों को दूसरी डोज लगा कर सुरक्षित किया जा चुका है| कहीं से भी कोई दुष्प्रभाव की बात सामने नहीं आई है। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित व प्रभावी है। डॉ वर्मा ने कहा कि टीका महोत्सव के पहले दिन 2,787 तो दूसरे दिन 4,443 लोगों ने टीका लगवा लिया है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.वंदना सिंह ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है। लोगों के व्यवहार में एक साथ हुए बदलाव ने ऐसी स्थिति पैदा की है | सबके साथ और सहयोग से ही कोरोना पर सफलता प्राप्त की जा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि जब से लोगों ने सावधानी बरतनी छोड़ दी है तो कोरोना वायरस के लिए स्थितियां और अधिक अनुकूल हो गई हैं। ऐसा नहीं है कि इस बीमारी पर विजय संभव नहीं, जरूरत है दृढ़ इच्छाशक्ति की। यदि हर जगह सभी लोग मास्क पहनें,जो लोग मास्क न पहनें उनको रोकें-टोकें तथा घर से बाहर तभी निकलें जब आवश्यक हो तो इसका ज्यादा असरदार होगा।
कोरोना महामारी के नोडल अधिकारी डॉ राजीव शाक्य ने बताया कि निश्चित रूप से हमारे पास बचाव के लिए दो विकल्प हैं। पहला टीका और दूसरा मास्क। लोग हवा में लंबे समय तक रहकर संक्रमण का प्रसार करते हैं। खासतौर पर उन जगहों पर जहां खुली हवा कम हो इसका ध्यान रखना चाहिए। मास्क पहनने का भी एक सही तरीका है। नाक, मुंह, ठोड़ी का हिस्सा ढका होना चाहिए। कुछ लोग मुंह तो ढक लेते हैं नाक बाहर रखती हैं यह गलत तरीका है। यदि नाक से सीधे हवा अंदर ले रहे हैं। तो मास्क अनुपयोगी हो जाएगा। उसे लगाने का अर्थ ही खत्म हो जाएगा। यह सही है कि मास्क लगाने के बाद थोड़ी असहजता लगती है। मगर कोरोना होने के बाद शारीरिक और मानसिक पीड़ा की तुलना में यह बहुत कम है । सजगता से ही कोरोना से बचा जा सकता हैं।
टीकाकरण के दौरान यूनिसेफ से बीएमसी सल्तनत और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे |